शारदा रिपोर्टर मेरठ। प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटलों में आयुष्मान कार्ड को अनिवार्य रूप से लागू कर सभी गरीबों का इलाज किए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन लोकहित के दर्जनों सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया।

इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए बताया कि, कुछ अस्पताल संचालक आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद लोगों का इलाज नहीं कर रहे हैं, जो प्राइवेट हॉस्पिटल आयुष्मान कार्ड से इलाज न कर रहे, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, डॉक्टर की फीस और हॉस्पिटलों के अन्य सभी कार्यों की सरकार द्वारा एक सूची तैयार की जाए और सरकार के मानक अनुसार ही पैसे लिए जाएं। जबकि, हर हॉस्पिटल के बाहर इसकी एक सूची लगानी अनिवार्य हो और जो हॉस्पिटल उसका पालन न करें, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि, पूरे प्रदेश में गांव गांव पानी की पाइपलाइन डाली गई है, जो रास्ते तोड़ दिए हैं। कुछ टूटे पड़े है और ना ही किसी गांव में पानी की आपूर्ति हुई है, जो बड़ा भ्रष्टाचार है। इसकी विधिवत जांच कर करवाई होने चाहिए। उन्होंने कहा कि, आवारा गोवंशो से किसानों की फसल को नुकसान हो रहा है। इसलिए गोवंशो को पड़कर गौशालाओं में भिजवाया जाए। सभी गन्ना फैक्ट्री में जितने भी ट्रक लगे हुए है, इन सभी की जांच की जाए। क्योंकि ज्यादा से ज्यादा ट्रक एक्सपायर हो चुके हैं और उनके कागज और फिटनेस दोनों ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि, यह ओवरलोड होकर सड़क पर मौत का सामान लेकर चल रहे हैं। इन पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, किसान यूनियन लोकहित यह मांग करता है कि, जल्द से जल्द कोई सख्त कानून बनाए जाएं प्राइवेट हॉस्पिटल की मनमानी को रोका जाए और अगर इस देश में इस प्रदेश में समान शिक्षा, निशुल्क शिक्षा समान चिकित्सा निशुल्क चिकित्सा प्रत्येक नागरिक को प्रदान कर दी जाए, तो इस देश में 90 प्रतिशत भ्रष्टाचार खत्म किया जा सकता है।
क्योंकि, हर व्यक्ति प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज और प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की शिक्षा के लिए ही प्रदेश में भ्रष्टाचार हो रहा है और हमें प्रदेश में मुख्यमंत्री जो प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहते हैं, उन्हें ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।


