– मारपीट के मामले में एकपक्षीय कार्रवाई से नाराज, पूरे थाने को सस्पेंड करने की मांग
अलीगढ़। एटा चुंगी चौराहे पर सुबह जब स्कूल की बसें बच्चों को लेने जा रहीं थीं। धनीपुर मंडी के लिए लोग खरीदारी के लिए जा रहे थे। चार-पांच किन्नरों ने चौराहे पर अपनी गाड़ी रोकली। उसमें से किन्नर निकले और चौराहे को चारों ओर से जाम कर दिया। वहां के कुछ वाहनों को चौराहे पर खड़ा कर उनकी चाबियां निकाल लीं। चौराह चारों और से ब्लॉक हो गया।
किन्नरों ने चौराहे पर अपने कपड़े उतारे और वहां पुलिस वालों के खिलाफ नग्न प्रदर्शन करने लगे। उनके प्रदर्शन से वहां और राहगीर इकट्ठा हो गए। किन्नरों ने प्रदर्शन करते हुए पूरे महुआखेड़ा थाने को सस्पेंड करने की मांग शुरू कर दी। सूचना पर चौराहे पर महिला और पुरुष पुलिसकर्मी भी पहुंच गए। पुलिस ने किन्नरों को बहुत समझाया, पर वे नहीं माने।
किन्ररों ने पुलिस पर पीटने का आरोप भी लगाया। किन्नरों का कहना था कि उनके साथी से रुपये आदि लूट लिए गए और जब महुआखेड़ा थाने गए तो वहां पर पुलिस वालों ने भी विरोधियों की सुनी और उनके साथ मारपीट की। चौराहे पर किन्नर अड़ गए कि जब तक यहां डीएम, एसएसपी, सांसद सतीश गौतम नहीं आएंगे, तब तक जाम नहीं खोला जाएगा। किन्नर पूरे महुआखेड़ा थाने का सस्पेंड करने की मांग करने लगे।
एक से डेढ़ घंटे तक जाम में स्कूली बसें, रोडवेज बसें, ट्रक और टिर्री आदि फंस गए। जाम से परेशान एक व्यक्ति ने किन्नरों के विरोध का विरोध किया तो किन्नरों ने उसे दोड़ा दिया। किन्नरों का एक साथी प्रदर्शन करते हुए कह रहा था कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्मदाह कर लूंगा। किन्नर लगातार ओयो होटलों को भी बंद कराने की मांग कर रहे थे। किन्नरों ने विरोधी युवकों को पकड़कर उन पर कार्रवाई करने की मांग की।
विरोधी युवकों को थाने में बुलाने के आश्वासन पर किन्नरों ने जाम खोला। तब कहीं जाकर स्कूली बसें और अन्य वाहन जाम में से निकले। उसके बाद सभी किन्नर वहां से महुआखेड़ा थाने पहुंच गए, जहां उन्होंने जमकर हंगामा किया।