– मानक से ज्यादा यूनिपोल और एंट्री गेट लगाकर निगम को हानि पहुंचाने का अरोप
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। नगर निगम में होर्डिंग कारोबारी ज्ञानेन्द्र चौधरी द्वारा लगाये जा रहे अवैध होर्डिंग, पूर्व में की गई तेल चोरी और नगर निगम की जमीन कब्जाने जैसे अवैध कार्यों के विरोध दर्जनों लोग मंगलवार को कलक्ट्रेट पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए राहुल चौधरी ने आरोप लगाया कि ज्ञानेंद्र चौधरी पश्चिमी उत्तर प्रदेश का होडिँग माफिया है। यह व्यक्ति ठेके में मानक से अधिक यूनिपोल व 17 चौराहों पर एन्ट्री गेट अनाधिकृत रूप से लगाए हुए है। जो कि, नगर निगम कि सम्पति है, लेकिन नगर निगम की साठ गांठ से माफिया इन्हे अपने उपयोग में ले रहा है। नगर निगम से जो ठेका वर्ष 2024 से 2026 में होर्डिंग के लिए आवंटित हुआ है, उसमे 20 हजार वर्ग मीटर का एरिया पास है। लेकिन ज्ञानेंद्र ने जबरन 60 हजार वर्ग मीटर के होर्डिंग पूरे शहर में लगा रखें है जोकि नियम विरुद्ध है।
उन्होंने बताया कि, पिछले 15 वर्षों से दंबगई के चलते नगर निगम होर्डिंग का ठेका ज्ञानेन्द्र चौधरी के पास ही है। अवैध कार्यों से इसका इतना गहरा नाता है, जब-जब नगर निगम ने अवैध होर्डिंग के खिलाफ अभियान चलाया है, माफिया तब-तब अपने साथियों सहित तत्कालीन महापौर हरिकांत अहलूवालिया, निगम पार्षदो एवं मीडिया कर्मियों पर पिस्टल ताने खड़ा मिला है। जिसके उसके ऊपर मुकदमे भी दर्ज हैं।
उन्होंने बताया कि, 25 मई 2023 को बीओटी का पिछला ठेका समाप्त होने पर बीओटी का 9 करोड रुपये की कीमत का यूनिपोल भी माफिया ने नगर निगम को वापिस नहीं किया है। बताया कि, माफिया द्वारा की गई अब तक की गई चोरीयों में सबसे बड़ी चोरी तेल चोरी की है। जिसमें पूर्व में परतापुर क्षेत्र में सुरंग बनाकर आइओसी (इंडियन आॅयल कॉरपरेशन) की पाइप लाइन से करोड़ो की तेल चोरी की गई। जिसमे माफिया पर साथियों सहित देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ एवं गिरफ्तार होकर जेल में रहा।
उन्होंने बताया कि, दिल्ली बाईपास स्थित गाँव डुगंरावली में नगर निगम की जमीन कब्जाने को लेकर भी उक्त माफिया पर नगर निगम लेखपाल द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है। आए दिन यह माफिया व्यापारियों को अपनी दंबगई के चलते धमकाता है। इसलिए सभी क्षेत्रवासी प्रशासन ने अपील करते हैं कि, जिस प्रकार वर्तमान योगी सरकार माफियाओं के खात्मे पर आमादा है, उसी प्रकार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उक्त माफिया की भी जाँच करा कर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें।