– भारतीय संविदा आउट सोर्सिंग कर्मचारी संघ ने मंडलायुक्त को दिया ज्ञापन
शारदा रिपोर्टर मेरठ। भारतीय संविदा आउट सोर्सिंग कर्मचारी संघ के बैनर तले संघ के पदाधिकारियों ने नगर निगम के वार्ड 21 की पार्षद के पति पर नियमों के विपरीत सफाई कर्मचारियों से जबरन काम कराने और अभद्रता करने का आरोप लगाया है। संघ पदाधिकारियों ने मंडलायुक्त को सौंपे ज्ञापन में इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
संघ के अध्यक्ष दिनेश सूद और महामंत्री अंकुश महरोल ने बताया कि नगर निगम मेरठ में लगातार सफाई कर्मियों का उत्पीड़न होता है। आये दिन अनुसूचित वर्ग के सफाई कर्मचारियों के साथ तरह-तरह से हिंसायें होना आम बात हो गयी है। सफाई कर्मचारी को श्रम कानूनों के अनुसार व नगर निगम अधिनियम के अनुसार तथा शासनादेशों के अनुसार, जो राहत दी जानी चाहिए वह भी नही दी जाती हैं।
उन्होंने बताया कि संघ के संज्ञान में आया है कि वार्ड-21 की पार्षद के पति एक दबंग व्यक्ति हैं। जो अपनी पार्षद पत्नि के क्षेत्राधिकारों में दखल दे रहे हैं। वार्ड-23 में पार्षद का निजि निवास है। जहां पार्षद पति वार्ड-21 सफाई कर्मचारियों को जबरन बुलाते हैं और उनसे न केवल निजि कार्य कराते हैं, बल्कि अपनी दबंगई दिखाते हुए वह खुद वार्ड-21 के सफाई कर्मचारियों की हाजरी लगाते हैं। वार्ड-23 में असमर्थता प्रकट करने वाले सफाई कर्मचारियों की गैर हाजरी करने व उनकी सेवा समाप्त करने की भी धमकी देते हैं।
आरोप लगाया कि पार्षद पति रूलिंग पार्टी का भी रौब गालिब कर अनुसूचित वर्ग के सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं और बेगार करा रहे हैं। जबकि नगर निगम, मेरठ द्वारा सफाई कर्मचारियों की हाजरी लगाने के लिए और उनसे कार्य लेने के लिए सफाई नायक व सफाई एवं खाद्य निरीक्षक तथा प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी की व्यवस्था की हुई है।
उन्होंने मंडलायुक्त से मांग रखी कि पार्षद पति व उनको संरक्षण देने वाली उनकी पत्नि के विरूद्ध न्यायहित में कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए।