- एससीआरआईईटी में हुई प्रथम चरण की बैठक।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ अब पेटेंट और नवाचार के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने हाल ही में एक उच्चस्तरीय बैठक में आशा जताते हुए कहा था कि विश्वविद्यालय के शोधार्थियों व शिक्षकों को पेटेंट की दिशा में और अधिक प्रेरित करना आवश्यक है, ताकि गुणवत्तायुक्त फाइल्ड, पब्लिश्ड और ग्रांटेड पेटेंट्स की संख्या में वृद्धि की जा सके।
बैठक में विश्वविद्यालय के निदेशक, शोध एवं नवाचार प्रोफेसर बीरपाल सिंह, आईपीआर सेल के अध्यक्ष प्रो. शैलेन्द्र सिंह गौरव, एससीआरआईईटी निदेशक प्रो. नीरज कुमार सिंगल, तथा अभियांत्रिकी, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, केमिकल, कृषि एवं कंप्यूटर एप्लिकेशन विभागों के 50 से अधिक शिक्षकगण उपस्थित रहे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे निदेशक शोध,प्रो. बीरपाल सिंह ने कहा आज विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में नवाचार और पेटेंट का महत्वपूर्ण स्थान है। हमें व्यक्तिगत और संस्थागत दोनों स्तरों पर इस दिशा में सशक्त प्रयास करने होंगे। विश्वविद्यालय की आईपीआर सेल के अध्यक्ष प्रो. शैलेन्द्र सिंह गौरव ने कहा, “किसी विचार की नवीनता को पहचानना, उसे दस्तावेजों में ढालना और पेटेंट कार्यालय से समन्वय बनाना ये कार्य मार्गदर्शन से आसान हो सकते हैं। विश्वविद्यालय इसमें हर प्रकार की तकनीकी और सलाहकार सहायता प्रदान करेगा।
संस्थान के निदेशक प्रो. नीरज सिंघल ने कहा यह बैठक के लिए न केवल ज्ञानवर्धक बल्कि अत्यंत प्रेरणादायी रही। संस्थान को नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में यह एक मजबूत शुरूआत है। बैठक में उपस्थित शिक्षकों ने वर्ष 2025-26 में एक से दो पेटेंट फाइल करने का संकल्प लिया और विश्वविद्यालय से पूर्ण सहयोग प्राप्त होने की बात पर संतोष जताया।