लखनऊ। कॉस्मेटिक कारोबारी फरीद अनवर की हत्या लूटपाट के विरोध पर की गई थी। 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद चिनहट पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए आरोपी साले-बहनोई को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से फरीद का लूटा गया मोबाइल व 125 रुपये बरामद किए हैं। आरोपी बाराबंकी के रहने वाले हैं।
एडीसीपी पूर्वी पंकज कुमार ने बताया कि इंदिरानगर सेक्टर-9 निवासी कारोबारी फरीद 12 नवंबर को दोपहर 12 बजे घर से लोहिया संस्थान दवा लेने की बात कहकर निकले थे। इसके बाद लापता हो गए थे। उनका शव 13 नवंबर को कठौता झील के पास मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला कसकर हत्या की पुष्टि हुई थी। सिर व शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी थे। फरीद के भाई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया तो फरीद के साथ दो अजनबी युवक दिखे। फुटेज दिखाने पर घरवाले भी दोनों को नहीं पहचान सके। इसके बाद पुलिस दोनों अजनबी युवकों की फोटो निकालकर जगह-जगह पहचान कराने में जुट गई। पुलिस विभूतिखंड में विजयपुर अंडरपास स्थित झुग्गी झोपड़ी पहुंची।
वहां एक युवक की पहचान बाराबंकी के बदोसराय ग्राम सिसौली गौसपुर काशीपुरवा निवासी ई रिक्शा चालक उद्देश्य कुमार उर्फ सोनू के रूप में हुई। सोमवार को पुलिस ने उद्देश्य और उसके बहनोई बाराबंकी के सफदरगंज रायपुर निवासी सूरज उर्फ अर्जुन को पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने फरीद की हत्या करने की बात कबूल ली।
एडीसीपी के अुनसार, पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 12 नवंबर को फरीद से पॉलिटेक्निक चौराहे के पास पहली मुलाकात हुई थी। तीनों ने वहां शराब पी। इस दौरान फरीद के पास बैग दिखा तो दोनों ने लूट की साजिश रच ली। शराब पीने के बहाने उसे आॅटो से कठौता झील ले गए।
वहां शराब पी और फिर मारपीट कर बैग लूटने लगे। विरोध पर फरीद की बेल्ट निकाल ली। मारपीट करते हुए बेल्ट से गला कसकर कारोबारी की हत्या कर दी। आरोपियों को बैग से महज 125 रुपये और मोबाइल फोन मिला था। आरोपी सूरज के खिलाफ पहले से विभूतिखंड और बाराबंकी में दो आपराधिक मामले दर्ज हैं।