शारदा रिपोर्टर मेरठ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विजयदशमी उत्सव का आयोजन संघ के विजयनगर पर गरिमामय तरीके से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक वंदना एवं पथ संचलन की तैयारी के साथ हुई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में एकत्र हुए। यह पथ संचलन न्यू शिवलोक कॉलोनी बेगम बाग से होते हुए पीएल शर्मा रोड, मोहल्ला खटीकन से होते हुए कचहरी पहुंचा। वहीं, द्वितीय संचलन नेहरू एकेडमी से प्रारंभ होकर नेहरू रोड से कचहरी रोड की ओर बढ़ा। इस दौरान मुख्य आकर्षण यह रहा कि, दोनों पथ संचलन का संगम कचहरी पुल पर हुआ। जिसे सभी ने खूब सराहा। इसके पश्चात नगर के सभी परिवारों ने स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा करते हुए भारत माता की जय के उद्घोष लगाए।
इस दौरान लगभग 150 से अधिक स्वयंसेवक उपस्थित रहे। पथ संचलन में सभी गीत संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढ़े चलो, भला हो जिसमे देश का वह काम सब किए चलो गीत दोहराते हुए दिखाई दिए। इस दौरान पद संचलन में अनुशासन, एकता और संगठन की शक्ति का संजीव प्रदर्शन किया गया। पथ संचलन के दौरान स्वयंसेवकों की कदम-ताल और घोष की गूंज से सम्पूर्ण विजयनगर देशभक्ति और संगठनात्मक शक्ति से ओत-प्रोत हो उठा। इस अवसर पर महानगर संघचालक केशव बंधु जी का उद्बोधन रहा। जिन्होंने बताया कि, आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी स्थापना दिवस है, जिसे 1925 में प्रारंभ किया गया था और इस वर्ष 100 वर्ष पूर्ण हुए हैं।
इस दौरान उनके साथ ओम प्रकाश, विशाल शौर्य, ऋषभ, रचित, नवीन, शुभम, करण, कमल, प्रमोद, शिवम, विवेक आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों ने भी मार्ग के दोनों ओर खड़े होकर स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन करते हुए पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। विजयदशमी उत्सव के इस शताब्दी वर्ष विशेष आयोजन ने समाज में राष्ट्रभाव, अनुशासन और संगठन की प्रेरणा का संचार किया।