मेरठ। नए साल में जिले के सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। पीवीवीएनएल की ओर से इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। विभाग की ओर से अभी तक बीते दिनों में -1.40 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। अब जल्द ही जिले के सभी 7 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी है। उम्मीद है कि अगले वर्ष मार्च से मीटर लगने शुरू हो जाएंगे।
जिले की बात करें तो यहां लगभग 7 लाख उपभोक्ता हैं। इनमें शहर में करीब 4 लाख और देहात क्षेत्र में लगभग 3 लाख विभाग की ओर से टेंडर प्रक्रिया की जा चुकी है पूरी।
उपभोक्ता हैं। विभाग की ओर से इन सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना बनाई गई थी। हाल ही के दिनों में इसकी टेंडर प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है। विभाग की ओर से वर्ष 2023 के शुरू में 1.40 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। अब सभी मीटर लगवाते समय अर्थिंग का रखें ध्यान उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगेंगे। े नहीं करना पड़ेगा बकाएदारों का पीछा वर्तमान की बात करें तो पूरे पश्चिमांचल में विभाग का उपभोक्ताओं पर करीब 7 हजार करोड़ रुपये बिजली बिल के बकाया है।
इसकी वसूली के लिए प्रत्येक माह विभागीय अधिकारियों की ओर से अभियान चलाया जाता है। बकाया न जमा करने वाले उपभोक्ताओं के घर जाकर उनका कनेक्शन काटा जाता है। अगर सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाएंगे तो विभाग को बकाया वसूलने के लिए घर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। एक माह का बकाया होते ही उनका कनेक्शन कट जाएगा।
स्मार्ट मीटर लगवाते समय उपभोक्ताओं को कई विशेष बातों पर ध्यान देना होगा। अक्सर शिकायतें आ रही हैं कि कहीं-कहीं स्मार्ट मीटर की रफ्तार तेज है। अधिक रीडिंग बनने के कारण उनका बिल भी अधिक आ रहा है। इन समस्याओं के चलते उपभोक्ता विद्युत विभाग के चक्कर लगाते हैं। लेकिन विभाग की तकनीकी टीम के अधिकारियों की मानें तो इसके पीछे का कारण घर में अर्थिंग का न होना है। उपभोक्ता को मीटर लगवाने से पहले बिजली फिटिंग के दौरान घर में अर्थिंग का ध्यान रखना होगा। इससे मीटर सही चलेगा।