– किसानों के हंगामे के बाद आरटीएफ ट्रकों से भी सैंपल जब्त।
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के विरोध प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम सक्रिय हुई। देर शाम भोपा रोड स्थित कई पेपर मिलों पर छापेमारी की गई। स्थानीय प्रदूषण अधिकारी गिरीश चंद्रा के नेतृत्व में सहायक अभियंता (एई) कुंवर संतोष कुमार ने टीम का नेतृत्व किया। टीम में कनिष्ठ अभियंता (जेई) संध्या शर्मा और राजा गुप्ता भी शामिल थे। भोपा रोड स्थित शाकुंभरी पल्प एंड पेपर, तिरुपति बालाजी फाइबर्स, गर्ग डुप्लेक्स एंड पेपर्स मिल्स और सिद्धबली पेपर्स मिल सहित कई बड़ी पेपर मिलों पर छापा मारा गया।

टीम ने मिलों में बॉयलर में इस्तेमाल होने वाले ईंधन की गहनता से जांच की। एयर पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम की कार्यप्रणाली का भी निरीक्षण किया गया। चिमनियों से निकलने वाले धुएं और कचरे के ढेर से संबंधित मानकों की भी जांच की गई।
छापेमारी के बाद टीम एआरटीओ द्वारा जब्त किए गए आरडीएफ (रिफ्यूज्ड डिराइव्ड फ्यूल) से लदे ट्रकों की पार्किंग में भी पहुंची। भोपा रोड किनारे स्थित इस पार्किंग में लखनऊ से आए ट्रकों से आरडीएफ के नमूने लिए गए। इन नमूनों को सरकारी प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट में मानकों का उल्लंघन या अवैध सामग्री पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) गीतेश कुमार चंद्रा ने बताया कि यदि आरटीएफ मानकों के विपरीत पाया जाता है, तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिस फैक्ट्री में आरडीएफ का दोहन मानकों के अनुसार नहीं पाया गया या एयर पॉल्यूशन कंट्रोल सिस्टम (एपीसीएस) सही ढंग से काम नहीं कर रहा होगा, उसे सील कर दिया जाएगा।

