- पूर्व सांसद ने भी दिया कंधा
- माँ वैष्णो देवी यात्रा में भूस्खलन हादसे में छह की हुई थी मौत,
- एक का पहले हो चुका है अंतिम संस्कार।
मुजफ्फरनगर। जम्मू-कश्मीर के कटरा में माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर हुए भूस्खलन ने मुजफ्फरनगर के रामपुरी मोहल्ले को शोक में डुबो दिया। मंगलवार को अर्धकुंवारी के पास इंद्रप्रस्थ भोजनालय के निकट भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में छह श्रद्धालुओं की जान चली गई।
मृतकों में दो सगे भाई अनंत (9) और दीपेश शामिल हैं। रामवीरी (45) और उनकी बेटी अंजलि (21) की भी मौत हो गई। ममता (45) और उनकी बेटी आकांक्षा भी इस हादसे में जान गंवा बैठीं। रामपुरी मोहल्ले से 23 लोगों का ग्रुप 25 अगस्त को वैष्णो देवी दर्शन के लिए निकला था। भूस्खलन में कुल 34 लोगों की जान गई। कई अन्य घायल और लापता बताए जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 9 लाख रुपये का मुआवजा दिया है। इसमें श्राइन बोर्ड से 5 लाख और आपदा प्रबंधन से 4 लाख रुपये शामिल हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी 4 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है। सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य में 3500 लोगों को सुरक्षित निकाला। भारी बारिश के कारण वैष्णो देवी यात्रा स्थगित कर दी गई है। जम्मू-कटरा राजमार्ग भी बंद है।
आज सुबह रामपुरी मोहल्ले में एक साथ 6 शवों के पहुंचने से मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, कपिल देव अग्रवाल, सांसद हरेंद्र मलिक, सांसद चंदन चौहान, कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार लगातार पीड़ित परिवारों से मिलकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर दुख प्रकट कर रहे हैं और सरकार से संभव सहायता दिलाने की बात कह रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर पूर्ण सांसद कादिर राणा कल देर शाम मृतक परिजनों से मिले थे उन्होंने अपनी तरफ से पांच हजार रुपये नगद और पीड़ित का घर बनवाने के लिए एक कुंतल सरिया देने की बात कही। वहीं आज सुबह शौक पहुंचने पर सांसद कादिर राणा अंतिम यात्रा में शामिल हो मृतक की अर्थी को कंधा भी देते नजर आए। इस त्रासदी ने पूरे मुजफ्फरनगर को झकझोर कर रख दिया।