झूठी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर भेजा था जेल।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। लोहियानगर थाना क्षेत्र की जामिया रेजिडेंसी का रहने वाला एयर इंडिया का अफसर अपनी बेगुनाही और झूठा मुकदमा लिखकर जेल भेजने वाले थाना प्रभारी पर कार्यवाही को करीब 15 महीनों से भटक रहा है। वह झूठे मुकदमे में जेल भेजने वाले थाना प्रभारी के खिलाफ 15 महीनों में करीब 50 से ज्यादा शिकायती पत्र अधिकारियों को दे चुका है, लेकिन उसके बाद भी आरोपियों पर कार्यवाही नहीं हो रही है। जो सिस्टम पर सवालिया निशान खड़े कर रही है।
पीड़ित का कहना है कि उसे जेल भिजवाने में एक प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने मामूली मारपीट के मामले को सेटिंग से जानलेवा हमले की रिपोर्ट बनाकर डॉक्टरी के पेशे को कलंकित किया है। पीड़ित एयर इंडिया के अफसर ने एक बार फिर एसएसपी से मामले की शिकायत करते हुए सभी दोषियों पर मुकदमा लिखने और उन्हें जेल भेजने की मांग की है।
जामिया रेजिडेंसी के रहने वाले मोमिन खान एयर इंडिया में नेविगेशन आॅफिसर हैं। पीड़ित अफसर ने बताया कि दो साल पहले उन्होंने जैद चौहान, अमीर अहमद और वसीम चौहान ने एमडीए और जामिया रेजिडेंसी की सोसाइटी से 80 करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया था। इतने बड़े घोटाले की जानकारी जब मोमिन को मिली तो उन्होंने आरोपियों की शिकायत अधिकारियों और मुख्यमंत्री से की। जिसके चलते तीनों आरोपियों ने अपने तीन दर्जन साथियों के साथ मिलकर ने अफसर मोमीन खान के साथ मारपीट करते हुए उनके घर पर हमला बोल दिया था।
पीड़ित मोमिन खान ने जैद चौहान, वसीम चौहान और अमीर अहमद सहित उनके तीन दर्जन अज्ञात साथियों के खिलाफ जानलेवा हमले की तहरीर दी थी। पीड़ित पर इतना बड़ा हमला होने के बाद भी थाना प्रभारी ने उनकी रिपोर्ट को दर्ज नहीं किया। आरोप है कि तत्कालीन थानेदार कृष्णपाल सिंह और फतेउल्लापुर चौकी प्रभारी शिवरुद्ध ने आरोपियों से सेटिंग कर भाग्यश्री हॉस्पिटल के डॉक्टर एमएम अग्रवाल से झूठी डॉक्टरी रिपोर्ट बनवाकर एक पक्षीय कार्रवाई कर दी थी। जिसमें पीड़ित मोमिन खान को चार महीने की जेल काटनी पड़ी और इस दौरान उन्हें नौकरी से सस्पेंड भी कर दिया गया था।
जेल से जमानत पर छूटने के बाद पीड़ित मोमिन खान ने डीएम से रि-मेडिकल करने की गुहार लगाई डीएम के आदेश पर रि-मेडिकल होने के बाद डॉक्टर द्वारा गलत रूप से बनाई गई मेडिकल रिपोर्ट का खुलासा हुआ। खुलासा होने के बाद पीड़ित मोमिन खान ने डीएम से मामले की शिकायत की और सभी दोषियों पर मुकदमा कायम कर उन्हें जेल भेजने की गुहार लगाई थी।
डीएम के आदेश पर एसएसपी डा. विपिन ताड़ा ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी। एसपी सिटी ने सीओ सदर संतोष कुमार सिंह को जांच कराई। सीओ सदर ने एसएसपी को भेजी जांच रिपोर्ट स्पष्ट लिखा कि अमीर अहमद के भाई व वसीम के द्वारा सरकारी मेडिकल में आई सिम्पल प्रवृत्ति की चोटों को बदलकर गंभीर किस्म की चोट दिखाकर भाग्यश्री हॉस्पिटल सप्लीमेंट रिपोर्ट विवेचक को उपलब्ध कराई गई । इससे वादी पक्ष की बदनीयती प्रदर्शित होती है।
सीओ सदर ने जांच आख्या में स्पष्ट लिखा कि मोमीन से संबंधित प्रकरण मे तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक कृष्णपाल सिंह द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से नहीं किया गया। पीड़ित मोमिन खान तभी से अधिकारियों से सभी आरोपियों पर कार्यवाही की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन आरोपियों पर कार्यवाही नहीं हो रही है। मंगलवार को फिर एक बार पीड़ित मोमिन खान ने एसएसपी से मामले की शिकायत की है। उनका कहना है कि अगर उन्हें मेरठ पुलिस से न्याय नहीं मिलता है, तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाएंगे।