शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेरठ के ऐतिहासिक नौचंदी मेले में होने वाले कार्यक्रमों की टाइमिंग और लिस्ट सामने आ गई हैं, नौचंदी मेले में 10 जून तक विभिन्न कार्यक्रम होंगे।
नौचंदी मेले में 27 मई से 10 जून तक होने वाले कार्यक्रम
दिनांक कार्यक्रम का नाम समय
27 मई बूगी-वूगी डांस शो 7:30 से 10:00 बजे तक
28 मई सिंगिंग कार्यक्रम 7:30 से 10:00 बजे तक
29 मई जादू प्रोग्राम 7:30 से 10:00 बजे तक
30 मई फाक-सूफी सांग 7:30 से 10:00 बजे तक
31 मई खाटू श्याम कीर्तन 7:30 से 10:00 बजे तक
01 जून सुगम संगीत 7:30 से 10:00 बजे तक
02 जून सीरत कांफ्रेंस 5:30 से 7:30 बजे तक
03 जून सांस्कृतिक लोक नृत्य 7:30 से 10:00 बजे तक
04 जून लोकगीत, नृत्य 7:30 से 10:00 बजे तक
05 जून भजन संध्या 7:30 से 10:00 बजे तक
06 जून सांस्कृतिक कार्यक्रम 6:00 से 7:30 बजे तक
06 जून कथक नृत्य 8:00 से 10:00 बजे तक
07 जून कवि सम्मेलन 7:00 से 10:00 बजे तक
08 जून गजल कार्यक्रम 7:00 से 10:00 बजे तक
09 जून बालीवुड नाइट 7:30 से 10:00 बजे तक
10 जून लोक संध्या 7:30 से 10:00 बजे तक
दरअसल बता दें कि मेरठ में नौचंदी मेला ग्राउंड में माता की चौकी स्थापित करके मेले का शुभारंभ हुआ। मंत्री धर्मपाल सिंह ने ज्योति जलाकर उद्घाटन किया। गायक सुरेंद्र बुद्धिराजा ने भजन गाए। 26 जून तक चलने वाले कार्यक्रमों की घोषणा हुई। मंत्री ने जनता से मेले में आने की अपील की। जलभराव से दुकानदार परेशान दिखे और मूलभूत सुविधाओं की मांग की। 27 मई से 10 जून तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। नौचंदी मेला ग्राउंड स्थित पटेल मंडप में माता की चौकी स्थापित की गई। यहां सोमवार को ज्योति जलाकर पशुधन एवं प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रांतीय ऐतिहासिक नौचंदी मेले का शुभारंभ किया। इससे पहले चंडी देवी की विधि विधान के साथ पूजा की। इसी के साथ पटेल मंडप में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी शुरुआत हो गई। भजन गायक स्वामी सुरेंद्र बुद्धिराजा ने एक से बढ़कर एक भजन गाकर देवी का गुणगान किया। इस दौरान आगामी 26 जून तक होने वाले 32 कार्यक्रमों के नाम और समय भी निर्धारित कर दिए हैं।
शाम छह बजे कार्यक्रम की शुरुआत हुई। भजनों को सुनने बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है…भजन सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम के साथ-साथ नौचंदी मेले में भीड़ भी रही। मेला ग्राउंड कृत्रिम रोशनी से जगमगा उठा। काफी दुकानें लग चुकी हैं। एक-दो दिन में दुकानों की संख्या और बढ़ेगी। माता की चौकी स्थापित होने और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत से अब नौचंदी मेले की रौनक बढ़ेगी। शुभारंभ के अवसर पर ऊर्जा राज्य मंत्री डा. सोमेंद्र तोमर, महापौर हरिकांत अहलूवालिया, कैंट विधायक अमित अग्रवाल, एमएलसी अश्विनी त्यागी और धर्मेंद्र भारद्वाज सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे।
जिले के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने मेला देखने की अपील करते हुए कहा कि नौचंदी मेला मेरठ की शान है। जनता से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर मेले में सहभागी बनें। पूरी भव्यता के साथ महीने भर मेला चलेगा। कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वाहन करते हुए जिम्मेदारी पूर्वक मेले को संपन्न कराएंगे।
जलभराव की समस्या
जलभराव की समस्या से दुकानदार परेशान नौचंदी मेला परिसर में जरा सी बरसात में जलभराव हो जाता है। जिससे दुकानदार परेशान है। मेले की शुरुआत में ही दुकानदारों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा। दुकानदारों ने जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की मांग की है। मेले में पेयजल, शौचालय की व्यवस्थाएं भी ठीक नहीं है। बिजली पोल भी कई जगह झुके हुए हैं।
नौचंदी मेले का इतिहास
नौचन्दी मेला उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध मेलों मे से एक है। नौचन्दी मेला मेरठ में प्रति वर्ष लगता है। यह मेला मेरठ की शान है।यहां का ऐतिहासिक नौचंदी मेला हिन्दू – मुस्लिम एकता का प्रतीक है। हजरत बाले मियां की दरगाह एवं नवचण्डी देवी (नौचन्दी देवी) का मंदिर एक दूसरे के निकट ही स्थित हैं। जहाँ मंदिर में भजन कीर्तन होते रहते हैं वहीं दरगाह पर कव्वाली आदि होती रहती है। मेले के दौरान मंदिर के घण्टों के साथ अज़ान की आवाज़ एक सांप्रदायिक अध्यात्म की प्रतिध्वनि देती है। नौचन्दी मेला प्रत्येक वर्ष नौचन्दी मैदान में लगता है। इसकी खासियत है कि नौचन्दी मेला केवल रात में लगता है। दिन में मैदान बिलकुल खाली होता है। यह मेला चैत्र मास के नवरात्रि त्यौहार से एक सप्ताह पहले से लग जाता है। लगभग होली के एक सप्ताह बाद। और एक माह तक चलता है। नौचन्दी मेले के नाम से यहां एक ट्रेन भी चलती है नौचन्दी एक्सप्रेस। यह मेरठ को राजधानी लखनऊ से जोड़ने वाली एकमात्र ट्रेन है।