– प्रेमी के साथ रहने के लिए कर दी चार साल के मासूम की हत्या
कानपुर। प्रेमी के साथ जाने के लिए महिला ने अपने 4 साल के बेटे की हत्या कर दी। गले में बंधे ताबीज के धागे से बेटे का गला घोंट दिया। चेहरे पर कई जगह को दांतों से काट लिया। इसके बाद छत पर सो रहे ससुर के पास बच्चे को सुला दिया। नीचे आकर काम करने लगी। इस बीच पति आया तो बोली- कोल्ड ड्रिंक पीने का मन है, लेकर आओ।
इधर, बच्चे में कोई हरकत नहीं होने पर दादा उसे जगाने लगे। मासूम जब कुछ नहीं बोला तो परिजन उसे हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। पति ने घर आकर पत्नी से पूछा तो महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने बेटे की हत्या करने की बात कबूली।
मामला रविवार देर रात नरवल थाना क्षेत्र के मजरा प्रतापपुर गांव का है। महिला एक माह पहले गांव के एक युवक के साथ भाग गई थी। कुछ दिन पहले ही पुलिस व परिजनों के दबाव में वापस आई थी। पति की तहरीर पर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मां और प्रेमी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
मजरा प्रतापपुर निवासी फूल सिंह के बेटे सुशील यादव की 7 साल पहले फतेहपुर खागा निवासी मनीषा (32) से शादी हुई थी। रात 10 बजे मनीषा और अनुरूद्ध घर में थे। सुशील के पिता फूल सिंह यादव छत पर सो रहे थे। सुशील खेतों में काम करने गया था।
घर में किसी को न देखकर मनीषा ने अनुरूद्ध का उसके ही गले में बंधी ताबीज के धागे से गला कस दिया। इसके बाद अपने हाथों से गला दबा दिया। फिर दांतों से उसके चेहरे पर कई जगह काट लिया।
हत्या करने के बाद मनीषा ने बेटे के शव को ले जाकर छत पर सो रहे बाबा के पास लिटा दिया। इसके बाद नीचे आकर खाना बनाने लगी। सुशील ने बताया कि हत्या शाम 7 बजे की गई। जब मैं खेतों पर गया था। रात में 10 बजे मैं लौटा तो पत्नी से बच्चे के बारे में पूछा। मनीषा ने कहा कि अनुरूद्ध पिता जी के साथ छत पर सो रहा है। इसके बाद मैं उसे लेने छत पर पहुंचा तो पिता जी चिल्लाने लगे की पोते को देखो क्या हो गया है। मैंने देखा तो बेटे के शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी।
मैं उसे डॉक्टर के पास लेकर गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वापस आकर मैने पत्नी से पूछा तो उसने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की बात कबूल की। इसके बाद रात 11 बजे मैंने पुलिस को फोन कर जानकारी दी। पुलिस ने आरोपी मनीषा को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद से विकास फरार है।
सुशील ने बताया कि मनीषा 16 अप्रैल को गांव के ही अपने प्रेमी विकास के साथ भाग गई थी। परिवार के साथ ही गांव वालों ने बेटे की दुहाई देते हुए दबाव बनाया तो वह 3 दिन पहले घर लौटी थी। हमारे ऊपर भी पुलिस ने दबाव बनाया तो उसे घर लाना पड़ा। अभी भी वह प्रेमी के साथ ही रहने की जिद पर अड़ी थी। रोजाना इसी बात को लेकर झगड़ा करती थी।
गांव वालों ने बताया कि सुशील यादव और मनीषा की यह तीसरी संतान थी। करीब डेढ़ साल पहले एक बेटी लक्ष्मी (बदला हुआ नाम) और एक वर्षीय बेटा अनुराग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी
ग्रामीणों ने कहा कि इस घटना के बाद तो ऐसा लग रहा कि मनीषा ने ही उन दोनों बच्चों की भी हत्या है। क्योंकि आज तक उनकी रहस्यमयी मौत से पर्दा नहीं उठ सका है। घर वालों ने भी पुलिस को सूचना दिए बिना उनका अंतिम संस्कार कर दिया था।
रुपए लेकर पुलिस ने कराया था समझौता, जांच के आदेश
बेटे की मौत से पिता सुशील और परिजनों में आक्रोश है। उनका आरोप है कि नरवल पुलिस ने मनीषा के प्रेमी से रुपए लेकर जबरन समझौता करा दिया था। उसके खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की थी। अगर पुलिस समझौता न कराती तो शायद अनुरूद्ध जिंदा होता।
सूचना पर पहुंचे डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव कब्जे में ले लिया गया है। पति की तहरीर पर मनीषा और उसके प्रेमी विकास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर रही है।