2850 करोड़ के घोटाले का आरोप।
एजेंसी, जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान में 2,850 करोड़ रुपये के पीएसीएल घोटाले में पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के निवास पर छापा मारा। इस मामले में ईडी कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास की भूमिका की जांच में जुटी है।
पीएसीएल ने देशभर में लगभग 5.85 करोड़ निवेशकों को ठगा था। सेबी ने साल 2014 में कंपनी के खिलाफ एक्शन लिया था। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो 2016 में 1.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति की वसूली और निवेशकों को पैसे लौटाने के उद्देश्य से एक समिति बनाई। अब इससे जुड़े मामले में ईडी ने एक्शन लिया है।
उधर, छापेमारी पर कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी यहां तलाशी और छापेमारी करने आई है। मैं उनके साथ सहयोग कर रहा हूं। ईडी अपना काम कर रही है और मैं अपना काम करूंगा। मेरा मानना है कि भाजपा को ईडी का इस्तेमाल करके राजनीति नहीं करना चाहिए। प्रताप सिंह खाचरियावास किसी से नहीं डरता है।
मुझे इन सरकारों का इलाज करना आता है। प्रताप सिंह ने आगे कहा कि भाजपा की सरकार कान खोलकर सुन ले। ईडी और इनकम टैक्स कुछ भी भेज दो। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भ्रष्टाचार करने वालों को डरना चाहिए। मैं नहीं डरूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे ईडी की तरफ से कोई नोटिस नहीं दिया गया।
ईडी ने सीधे यहां छापेमारी की। इसे मैं गलत मानता हूं। प्रताप सिंह ने यह भी कहा कि मेरे ऊपर कोई भी चिटफंड का मामला नहीं है। ये गलत बात है।