शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेरठ कॉलेज के चिकित्सा समिति तथा अधिष्ठाता कार्यालय द्वारा स्वास्थ्य जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए कालेज के प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार रावत ने बताया कि स्थिर जीवन शैली, गलत खानपान, नींद की अनियमितता के कारण लोगों में मोटापा, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, अनिद्रा तथा हृदय संबंधी समस्या आम हो गई है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता तथा रहन-सहन में बदलाव लाकर इन समस्याओं से निजात पाया जा सकता है।
इस अवसर पर कॉलेज की अधिष्ठाता प्रो. अनीता मलिक ने बताया कि काम का दबाव,पारिवारिक समस्या या प्रतिस्पर्धा से उत्पन्न तनाव, नशे की आदत इत्यादि व्यक्ति के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। चिकित्सा समिति के संयोजक प्रो. दयानन्द द्विवेदी ने लोगो के सुखमय जीवन और देश की आर्थिक समृद्धि के लिए सात्विक जीवन शैली के पांच आधार स्तंभ की चर्चा की।
उन्होंने बताया कि व्यति का शारीरिक,मानसिक तथा सामाजिक स्वास्थ्य नियमित दिनचर्या, सात्विक आहार, योग-व्यायाम, सकारात्मक सोच तथा भावात्मक एवं अध्यात्मिक जीवनचर्या पर निर्भर करता है। इसके लिए खानपान बिना प्रसंस्करण, परिरक्षक एवं कृत्रिम रंग के ‘पौथे पर आधारित संपूर्ण भोजन’ होना चाहिए। शरीर से विषाक्त पदार्थ के निष्कासन हेतु पेठा/हरी पत्तियों का रस, नारियल पानी एवं उपवास ( एकादशी/नवरात्र) के महत्व को बताया। इन बातों के अलावा शरीर की आंतरिक जैव घड़ी (सर्केडियन रिदम) के अनुरूप प्राकृतिक दिनचर्या तथा शारीरिक श्रम के द्वारा व्यक्ति व्यक्ति लंबे समय तक स्वस्थ्य जीवन जी सकता है।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. विनीता सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. कामेश्वर प्रसाद,प्रो. एम. पी. वर्मा, प्रो. मीनाक्षी, प्रो. द्वारिका प्रसाद, प्रो. सचिन शर्मा, प्रो. अवधेश कुमार, प्रो.श्याम सिंह,प्रो रेणु सारस्वत, प्रो. विभा तोमर एवं शोथ छात्र अंकित आर्य, भावना, हर्षित आकाश इत्यादि उपस्थित रहे।