एजेंसी, नई दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि संसद का भाषण की आजादी छीनने का इतिहास दो लोगों तक सीमित नहीं रहा।1975 में माइकल एडवर्ड्स की लिखित नेहरू की राजनीतिक जीवनी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। किस्सा कुर्सी का फिल्म पर भी प्रतिबंध लगाया गया क्योंकि इसमें प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके बेटे पर सवाल उठाए गए थे। माइकल एडवर्ड्स ने 1975 में नेहरू नामक एक राजनीतिक जीवनी लिखी थी, जिसपर रोक लगा दी गई।
इंदिरा गांधी और उनके बेटे पर सवाल उठाने के कारण फिल्म किस्सा कुर्सी का पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था। वित्त मंत्री ने अपनी स्पीच में कहा कि एक शख्स ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए कोर्ट का फैसला आने से पहले ही जाकर संशोधन कर दिया, संसद में। इसीलिए किस्सा कुर्सी का फिल्म बैन कर दिया गया। शाहबानो बेगम केस में जहां सुप्रीम कोर्ट ने उस महिला को न्याय दिलाने के लिए तलाक के बाद जो पैसा मिलना चाहिए, कोर्ट से जो आदेश आए तो कांग्रेस ने पार्टी एक संशोधन करके मुस्लिम महिला को तलाक के बाद मिलने वाली राशि को रोक दिया।
कोर्ट से जो आता है, हम कानून से उन्हें नकार देंगे। महिला शक्ति नारी वंदन कानून लाने वाली हमारी पार्टी है। कांग्रेस पार्टी परिवार और वंश की मदद के लिए बेशर्मी से संविधान में संशोधन करती रही। ये संशोधन लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए नहीं थे, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों की रक्षा के लिए थे, इस प्रक्रिया का इस्तेमाल परिवार को मजबूत करने के लिए किया गया था।