- सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़,
- जिला अस्पताल और मेडिकल में बढ़ी ओपीडी।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। भीषण गर्मी ने जिला अस्पताल में मरीजों की कतारें लगा दी है। आलम ये है कि पैथोलॉजी लैब में सुबह से ही सैकड़ों मरीज की भीड़ उमड़ पड़ती है।
जबकि, एनआरसी और बच्चा वार्ड में मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। जिसे देखते हुए अब चिकित्सकों के माथे पर भी चिंता की लकीरें सब देखी जा सकती है। जबकि, बच्चा वार्ड में हालात ज्यादा खराब है। यहां छोटे-छोटे बच्चों को उल्टी दस्त ने घेर रखा है। जिन्हें लगातार ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है। इस भीड़ को देखते हुए जिला अस्पताल ने सैंपल कलेक्शन का समय भी बढ़ा दिया है। जांच रिपोर्ट का जो आंकड़ा आया है वो बेहद चौकाने वाला है। यानी भीषण गर्मी कहर ढहा रही है।
मेरठ के जिला अस्पताल में भीषण गर्मी के बाद पैथोलॉजी लैब में जांच का आंकड़ा भी बढ़ गया है। जनवरी माह में करीब 66, 796 जांच की गई, फरवरी माह में ये आंकड़ा बढ़कर 97, 712 हो गया। मार्च में ये आंकड़ा बढ़कर 10, 3699 पहुंच गया और अप्रैल में तो पूरा रिकॉर्ड ही टूट गया और मरीजों की जांच रिपोर्ट की संख्या 1,19, 854 हो गई। ये आंकड़ा मई में और ऊपर जाता दिख रहा है।यानी गर्मी पड़ने के बाद से चार से साढ़े चार हजार रिपोर्ट प्रतिदिन होने लगी है।
बता दें कि, मेरठ के जिला अस्पताल में करीब 84 रोगों की जांच होती है। इनमें लीवर फंक्शन टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, यूरिक एसिड, सीरम कैल्शियम, सोडियम पोटेशियम, हेपेटाइटिस बी और सी, टाइफाइड, मलेरिया, यूरिया, डेंगू, क्रिएटिनिन, ब्लड शुगर सहित अन्य जांच शामिल है।
चूंकि जिला अस्पताल में गर्मी के बाद मरीजों की तादात बढ़ी तो पैथोलॉजी लैब में जो ब्लड या अन्य सैंपल लेने का समय 11 बजे था, उसे बढ़ाकर दो बजे तक कर दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद भी कलेक्शन लेने में मारामारी है।