- काली नदी पर राज्य सेतु निगम ने पुल का निर्माण प्रारंभ कर दिया।
मुजफ्फरनगर। शहर में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की प्रगति पर नीदरलैंड के अधिकारियों ने पालिका की ईओ प्रज्ञा सिंह से मुलाकात की। उनका कहना था कि 2025 से पहले ही प्लांट स्थापित करने और चालू करने का प्रयास किया जा रहा है। ईओ ने उन्हें बताया कि प्लांट के रास्ते को चौड़ा करने के लिए 74 किसानों से जमीन खरीदने की प्रक्रिया जल्द पूरी होगी। काली नदी पर राज्य सेतु निगम ने पुल का निर्माण प्रारंभ कर दिया है।
दस साल पहले पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल ने अपने कार्यकाल के दौरान नीदरलैंड की कंपनी को यहां पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया था। उनके कार्यकाल के दौरान ही कई बार कंपनी के अधिकारियों ने यहां आकर किदवईनगर स्थित एटूजेड प्लांट का निरीक्षण कर प्लांट स्थापित करने के लिए डीपीआर भी सौंपी थी, लेकिन हर बार बजट की समस्या खड़ी होने के कारण यह मामला अधर में लटका रहा। तत्कालीन जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने प्रक्रिया शुरू कराई।
प्लांट की प्रगति को लेकर जीसी एंड जीसीआईएनडी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली के मालिक और अधिकारियों के चार सदस्यीय दल ने बुधवार को टाउनहॉल पहुंचकर पालिका ईओ प्रज्ञा सिंह के साथ मुलाकात की। ईओ ने उन्हें बताया कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के रास्ते के लिए जमीन खरीदने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है। रास्ता चौड़ा करने के लिए 74 किसानों से जमीन खरीदी जा रही है। नदी पर पुल निर्माण का कार्य राज्य सेतु निगम ने प्रारंभ कर दिया है। निगम ने पालिका को पहली किश्त भी जारी कर दी है।
किदवईनगर में प्लांट देखने पहुंची टीम
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने की समयावधि मार्च 2025 तय की गई है। हमारा प्रयास है कि इससे पहले पहले ही यह प्लांट स्थापित कर चालू करा लिया जाए। बैठक से पहले कंपनी के सीईओ एवं मालिक थेरूस जिएलिंग, डायरेक्टर सिद्धार्थ शिवारमण, प्रोजेक्ट एंड प्रोग्राम मैनेजर मार्टिन राउवर्स और दिल्ली आॅफिस के चीफ लॉरेंस सिटिजनेन ने किदवईनगर स्थित एटूजेड प्लांट पर निरीक्षण किया। उन्होंने मशीनरी और लीगेसी वेस्ट तथा पुल निर्माण के लिए शुरू हुए कार्यों को भी देखा।
कूड़े से 25 मेगावाट बिजली बनेगी
पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल का कहना है कि वेस्ट मेटेरियल से बिजली का उत्पादन उनका दस साल पुराना प्रोजेक्ट है। देर से ही सही सरकार ने इस पर ध्यान दिया है। नीदरलैंड की कंपनी शहर के कचरे से प्रतिदिन 25 मेगावाट बिजली बनाएगी। शहर की आपूर्ति के बाद भी बिजली बच जाएगी।
कंपनी को 19.46 हेक्टेयर भूमि हस्तांतरित
पिछले साल प्लांट निर्माण के लिए कंपनी को नगर पालिका परिषद ने 19.46 हेक्टेयर भूमि को हस्तांतरित कर दिया था। सेतु निगम एवं लोक निर्माण विभाग की ओर से प्लांट तक मशीनरी और अन्य सामान पहुंचाने के लिए संपर्क मार्ग एवं ब्रिज निर्माण की कार्रवाई प्रगति में है।