शारदा न्यूज़, मेरठ। ट्रकों, बसों सहित भारी वाहनों का सोमवार को हुआ चक्काजाम मंगलवार की देर रात खत्म हो गया। केंद्र सरकार से वार्ता के बाद यूनियन ने हड़ताल वापस लेने का ऐलान कर दिया। इसके चलते ही बुधवार सुबह बसों और ट्रकों का सड़कों पर आवागमन शुरू हो गया। बुरी तरह प्रभावित हुई रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति को सामान्य बनाने की कोशिशें तेज हो गई।
बता दें कि वाहन चालकों की हड़ताल के चलते गैस, डीजल-पेट्रोल, फल, सब्जी, खाद्यान्न और अन्य आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति प्रभावित हो गई थी। गैस गोदाम खाली हो गए थे और पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से व्यवस्था चरमरा गईं थी। टैंकर चालकों के हड़ताल में शामिल होने के चलते पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल खत्म होने की अफवाह फैल गई। इससे लोगों की भीड़ पंपों पर जुट गई। नवीन और लोहियानगर मंडी में सब्जी, फल और खाद्यान की आवक गिर गई। शाम तक जिले की 90 प्रतिशत गैस एजेंसियों के गोदाम खाली हो गए। गैस बुकिंग बढ़ने से बैकलॉग भी बढ़ना शुरू हो गया।
बसोंं के साथ टैक्सी संचालन भी पूरी तरह पटरी से उतर गया। लोग बसों के इंतजार में भटकते रहे। पुलिस की मदद से दोपहर के बाद सभी डिपो से करीब 20 प्रतिशत बसों का संचालन शुरू हुआ तो यात्रियों को कुछ राहत मिली। बसों की हड़ताल के कारण ट्रेनों में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रात दस बजे के बाद केंद्र सरकार से वार्ता के बाद हड़ताल वापस लेने के फैसले के बाद संचालन शुरू हुआ। आज से राहत मिलेगी। हालांकि हड़ताल खत्म होने के बाद आज से यातायात सामान्य होने लगा।