शारदा न्यूज, मेरठ। नगर निगम में ठेकेदारी खत्म करने के पारित प्रस्ताव के बावजूद कमीशन खानें के लालच में निगम के अधिकारियों द्वारा टैंडर कर पारित प्रस्ताव को खत्म कर। इसको लेकर सफाइकर्मी पुनः ठेकेदारी लागू करने के विरोध में 17 दिसंबर से हड़ताल पर जाएंगे।
मंगलवार को सफाइकर्मियों के अलग-अलग संगठनों ने एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नगर निगम के अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि अगर इमानदारी से अंकन 15,500 रुपए मानदेय देना चाहते हैं तो बोर्ड प्रस्ताव के अनुसार नगर निगम द्वारा सीधे सभी 2415 सफाई कर्मियों के खातों में पैसा भेजे जैसे वर्ष 2015 से पहले से सीधे भेजा जाता था। इसके साथ ही 15 दिन के दिए गए नोटिस-मांगपत्र की ओर भी प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराने के लिए सफाई मजदूर संघ शाखा नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष तथा पूर्व पार्षद टीसी मनोठिया, भारतीय संविदा आऊटसोर्स कर्मचारी संघ शाखा नगर निगम के अध्यक्ष दिनेश सूद और महामंत्री अंकुश महरोल तथा स्थानीय निकाय सफाई मजदूर संघ शाखा नगर निगम के अध्यक्ष दीपक मनोठिया, महामंत्री संजय नज़राना, उपाध्यक्ष मनोज सिंघानिया, सफाई मजदूर संघ शाखा नगर निगम के अध्यक्ष यश कुमार, महामंत्री राजेश वेद, उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ शाखा नगर निगम के कार्यकारी अध्यक्ष विनेश विधार्थी, भारतीय संविदा आऊटसोर्स कर्मचारी संघ के पदाधिकारी सोनू बहनवाल, विपिन कुमार आदि ने चरणबद्ध आन्दोलन का नोटिस-मांगपत्र सौंपा। सफाई कर्मियों को बोर्ड प्रस्ताव के अनुसार ठेकेदारी से मुक्ति दिलाने और अंकन 15,500 रुपए मानदेय बिना ठेकेदार के सीधे 2415 सफाई कर्मियों के खातों में भेजने की मांग की गई।
दिनेश सूद ने एडीएम सिटी को बताया कि नगर निगम से अनुबंधित सेवा प्रदाता कंपनियों द्वारा वर्ष 2015 से वर्ष 2023 तक अवकाश दिवसों में भी कांट्रेक्टचुअल दर्शाएं जा रहें अस्थाई सफाई कर्मियों से काम कराया और ओवर टाइम का भुगतान नहीं किया। न ही बोनस दिया गया जिस सम्बन्ध में भारतीय संविदा आऊटसोर्स कर्मचारी संघ की मांग पर डिप्टी लेबर कमिश्नर ने नगर आयुक्त से पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी है।
पूर्व पार्षद टीसी मनोठिया ने कहा कि ट्रिपल इंजन की नगर निगम बोर्ड द्वारा पारित प्रस्ताव का वायलेशन किसी भी कीमत पर करने नहीं दिया जायेगा।
टीसी मनोठिया ने एडीएम सिटी मेरठ को बताया कि नगर निगम प्रशासन ने सफाई कर्मियों की हर जायज़ मांग की अनदेखी कर आन्दोलन के लिए मजबूर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अब आर पार की लड़ाई लडी जाएंगी।
17 दिसम्बर से अपनी सभी जायज़ मागो के लिए नगर निगम मुख्यालय पर चरणबद्ध आन्दोलन के क्रम में गेट मीटिंग और क्रमिक अनशन शुरू कर दिया जाएगा।