- हरियाणा के रेवाड़ी में गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा फिर भाजपा जीतेगी
- जवानों द्वारा की जा रही वन रैंक- वन पेंशन की मांग को पूरा करेंगे
एजेंसी, रेवाड़ी। हरियाणा के रेवाड़ी में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान शाह ने दावा किया कि जनसभा में जनता का उत्साह बता रहा है कि इस बार भाजपा की जीत की हैट्रिक लगना तय है। शाह ने संबोधन के शुरूआत में कहा कि ये हरियाणा की भूमि बलिदान व वीरता की भूमि है।
ये हरियाणा की भूमि ज्ञान, अध्यात्म और गीता की भूमि है। ये हरियाणा की भूमि शक्ति और समृद्धि की भूमि है। आज देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, जम्मू-कश्मीर सुरक्षित है, तो इसमें हरियाणा के जवानों का बलिदान, वीरता और शौर्य शामिल है।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में चुनाव प्रचार की शुरूआत हरियाणा से की थी और उन्होंने वादा किया था कि 40 वर्षों से हमारे सेना के जवानों द्वारा की जा रही वन रैंक-वन पेंशन की मांग को पूरा करेंगे।
40 वर्षों तक कांग्रेस वन रैंक-वन पेंशन लागू नहीं कर पाई, आपने मोदी जी को सेवा का मौका दिया और मोदी जी ने वन रैंक-वन पेंशन को लागू किया। उन्होंने कहा कि एक महीने पहले वन रैंक-वन पेंशन का तीसरा वर्जन भी लागू कर दिया गया है। कांग्रेस पर वार करते हुए शाह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, कट, कमीशन और करप्शन से चलती थी। डीलर, दलाल और दामादों का राज चलता था। भाजपा सरकार में न डीलर बचे न ही दलाल बचे, दामाद का तो सवाल ही नहीं है।
राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल बाबा को अभी किसी एनजीओ ने पकड़ा दिया है कि एमएसपी बोलने से वोट मिल जाएंगे। राहुल बाबा एमएसपी का फुलफॉर्म मालूम है आपको? खरीफ और रबी की फसल कौन सी है, क्या आपको मालूम है। पूरे देशभर में कांग्रेस की जो सरकारें चल रही हैं, एमएसपी के नाम पर किसानों से झूठ बोलना बंद कीजिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार किसानों से 24 फसलें एमएसपी पर खरीद रही है।
हरियाणा में कांग्रेस के नेता एक बार बता दें कि देश में आपकी कौन सी सरकार एमएसपी पर 24 फसल खरीदती है? उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कर्नाटक और तेलंगाना में आपकी सरकार है, टरढ पर कितनी फसलें खरीदते है, बताइए जरा अरे हुड्डा साहब, आपकी सरकार को किसान 2 रुपये मुआवजे वाली सरकार कहते थे क्योंकि आपके समय में बर्बाद फसल के लिए 2-2 रुपये के चेक भेजे जाते थे।