– 90 छात्राओं को लगाई गई सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन – चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने लगाया निशुल्क कैंप
शारदा न्यूज़, मेरठ। कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। कैंसर का नाम हमेशा शरीर के उस हिस्से के नाम पर रखा जाता है जहां यह शुरू होता है, भले ही यह बाद में शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाए। जब कैंसर गर्भाशय ग्रीवा में शुरू होता है तो इसे सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है। सही समय पर टीकाकरण से सर्वाइकल कैंसर से बचाव हो सकता है। यह बात चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने महिला अध्ययन केंद्र और स्वामी कल्याण देव चिकित्सालय चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के संयुक्त तत्वाधान में अयोजित सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन कैंप के दौरान कही।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अखिलेश मोहन ने कहा कि गर्भाशय ग्रीवा वाले किसी भी व्यक्ति को गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का खतरा होता है। यह अक्सर 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होता है। कुछ प्रकार के ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के साथ लंबे समय तक चलने वाला संक्रमण सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण है। एचपीवी एक आम वायरस है। स्क्रीनिंग परीक्षण और एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर को रोकने में मदद कर सकते हैं। जब सर्वाइकल कैंसर का जल्दी पता चल जाता है, तो इसका इलाज अत्यधिक संभव होता है और यह लंबे समय तक जीवित रहने और जीवन की अच्छी गुणवत्ता से जुड़ा होता है।
90 छात्राओं को लगी निशुल्क वैक्सीन
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की तरफ से सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन का कैंप लगाया गया था। जो कि पूरी तरह से निशुल्क था। बाजार में इस वैक्सीन की कीमत दो हजार रूपये है। मंगलवार को आयोजित सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन कैंप में 90 छात्राओं को निशुल्क वैक्सीन लगाई गई। इस दौरान मैक्स हॉस्पिटल वैशाली गाजियाबाद से डॉ. कनिका गुप्ता के साथ अस्पताल का स्टॉफ मौजूद रहा।
6 माह बाद लगेगी दूसरी डोज
डॉ. पीके बंसल ने बताया कि 90 छात्राओं को निशुल्क वैक्सीन लगाई गई है। अब 6 महीने के बाद इन 90 छात्राओं को दूसरी डोज लगाई जाएगी। यह भी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की तरफ से कैंप लगाकर निशुल्क लगाई जाएगी।
इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, वित्त अधिकारी रमेश चंद्र, रिसर्च डायरेक्टर प्रो. बीरपाल सिंह, अकादमिक डायरेक्टर प्रो.संजीव कुमार शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. भूपेंद्र सिंह, महिल अध्ययन केंद्र प्रमुख प्रो0 बिन्दु शर्मा, इंजीनियर मनीष मिश्रा, इंजीनियर मनोज कुमार इंजीनियर विकास त्यागी, डॉ.रीता रानी, वैशाली नेगी, वीरेंद्र नेगी आदि मौजूद रहे।