– मेरठ विकास प्राधिकरण में अब नए सिरे से शुरू होगी नीलामी की प्रक्रिया, कई योजनाओं में उपलब्ध है जमीन।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। मेडा ने विभिन्न योजनाओं में संपत्तियों की ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि कई योजनाओं में निजी बिल्डर कॉलोनी बनाएंगे। ऐसे में शहर में अपने सपनों का घर लेने का अब सुनहरा मौका मिलने वाला है।
मेडा (मेरठ विकास प्राधिकरण) की लोहियानगर और शताब्दीनगर योजना में अब निजी बिल्डर कॉलोनी बनाएंगे। इन दोनों ही योजनाओं में मेडा ने ग्रुप हाउसिंग के प्लॉट निकाले थे। इनके लिए बीते दिनों रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी, जिनके लिए जनवरी में ई-आॅक्शन होना था लेकिन बिल्डरों के रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर इसे रद्द कर दिया गया। अब नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है।
लोहियानगर में 115.4 करोड़ के तीन ग्रुप हाउसिंग के प्लॉट हैं। इनमें सीपी-पॉकेट में जीएच-01 प्लॉट 19093.43 वर्ग मीटर, के-पॉकेट में जीएच-2 प्लॉट 3870.07 वर्ग मीटर तथा के-पॉकेट में ही जीएच-3 प्लॉट 5158.15 वर्ग मीटर का है।
ऐसे ही शताब्दीनगर में 139.04 करोड़ के सेक्टर-4 सी-जे में दो प्लॉट हैं। जीएच-1 प्लॉट 28695.39 वर्ग मीटर और जीएच-02 प्लॉट 14388.75 वर्ग मीटर का है। इनमें अर्द्धनिर्मित आवास हैं, जिनका मूल्यांकन भी किया गया है। दोनों योजनाओं में करीब 65 करोड़ के अर्द्धनिर्मित आवास हैं।
दूसरी ओर विभिन्न योजनाओं में संपत्तियों की ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें व्यावसायिक और आवासीय दोनों तरह की संपत्तियां शामिल हैं। व्यावसायिक संपत्तियों के लिए 26 मार्च व आवासीय संपत्तियों के लिए 29 मार्च को बोली लगेगी।
आवासीय संपत्तियों के अंतर्गत गंगानगर में चार, पल्लवपुरम फेज-एक व दो में 14 संपत्तियां हैं, जिनकी दर 22 हजार 500 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। डिफेंस एन्क्लेव में एक, पांडवनगर में चार, शताब्दीनगर में 12, श्रद्धापुरी में 10, लोहियानगर में एक संपत्ति है।
ऐसे ही आवास एवं विकास परिषद ने भी कई संपत्तियां नीलामी के लिए निकाली हुई हैं। अनुमान के अनुसार करीब डेढ़ सौ करोड़ की संपत्तियां हैं। उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि ई-आॅक्शन के लिए रजिस्ट्रेशन खोले गए थे, इनमें बहुत अधिक रुझान नहीं आए हैं। ऐसे में इसे नए सिरे से प्रभावी बनाया जाएगा। जल्द ही ई-नीलामी कराने की तैयारी है।