- सुबोध कुमार गोयल ने UCO बैंक को लगाया करोड़ों का चूना।
UCO Bank Fraud Case: भारत में बैंक घोटालों की कहानी बहुत लंबी है। एक और बैंक घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। इस बार निशाने पर सरकारी बैंक UCO Bank आया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने यूको बैंक (UCO Bank) के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुबोध कुमार गोयल को गिफ्तार किया है। उन्हें बैंक से जुड़े फ्रॉड के मामले में गिरफ्तार किया गया है। उनपर आरोप है कि उन्होंने 6210.72 करोड़ रुपये के लोन में हेराफेरी की।
सुबोध कुमार गोयल कौन हैं
सुबोध कुमार गोयल यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रहे हैं। उनपर बैंक में 6210 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का आरोप लगा है, 16 मई 2025 को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत उन्हें दिल्ली स्थिति आवास से गिरफ्तार कर लिया गया। उनपर लोन के बदले रिश्वत लेने का आरपो लगा है। आरोप है कि उन्होंने कंकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) बैंकिंग नियमों की अनदेखी करते हुए लोन लिया और उसके बदले में भारी भरकम रिश्वत लिया।
पूरा मामला क्या है
सुबोध कुमार गोयल के कार्यकाल में यूको बैंक ने CSPL कंपनी को भारी क्रेडिट सुविधाएं दी, बाद में जानबूझकर गलत तरीके से डायवर्ट और गबन किया गया। इसके लिए सुबोध कुमार को अवैध रूप से कैश, महंगी प्रॉपर्टीज़, लग्ज़री आइटम्स, होटल बुकिंग जैसी सुविधाएं दी गईं। सेल कंपनियों के जरिए ये सारे काम किए गए। ED की ओर से जब मामले की छानबीन की गई तो पता चला कि अवैध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज़ और सबूत बरामद हुए हैं।
सुबोध कुमार ने कई शेल कंपनियों के जरिए कंपनी के साथ मिलकर पूरा घोटाला किया। ED की जांच में पाया गया कि सुबोध कुमार के घर में जो पैसा मिला उनका संबंध सीएसपीएल से है। जांच में पता चला कि सुबोध कुमार गोयल को CSPL से पर्याप्त अवैध रिश्वत मिली। फर्जी कंपनियां बनाकर ये रिश्वत लिया गया। गोयल ने रिश्वत के पैसे को छुपाने के लिए अचल संपत्ति, लग्जरी सामान, होटल बुकिंग जैसी फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया. हालांकि अब उनका राज खुल गया है।
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