- लापरवाही के चलते माधवपुरम में नाले में गिरकर हुई थी बच्चे की मौत।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। नगर निगम की लापरवाही से हुई मासूम की मृत्यु पर 25 लाख रुपये मुआवजे की मांग को लेकर मेरठ व्यापार मंडल के दर्जनों सदस्य सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए समस्या के समाधान की मांग की।
ज्ञापन सौंप रहे सदस्यों ने बताया कि बीती 6 फरवरी को नगर निगम की घोर लापरवाही के कारण एक दुखद घटना घटी। जिसमें सात वर्षीय बालक हार्दिक (आर्यन) की नाले में गिरने से मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि, यह घटना नगर निगम द्वारा खुले नालों की उचित देखरेख न करने के कारण हुई। जिससे नगर निगम की जिम्मेदारी और लापरवाही स्पष्ट रूप से उजागर होती है। उन्होंने कहा कि, पूर्व में भी नाली में गिरने से कई घटनाएं हो चुकी है। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि, सबकुछ जानते हुए भी नगर निगम अधिकारी और कर्मचारी आंखें मूंदे बैठे हैं। जिससे शहरवासियों में नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
इसलिए इस दुखद दुर्घटना से नगर निगम अधिकारी और कर्मचारी जागरूक हो और मृतक के परिवार आर्थिक मुआवजे की मांग को पूरा किया जाए। क्योंकि इस घटना के बाद मृतक के परिजनों पर गहरा झटका लगा है। जबकि, परिजन मानसिक को मानसिक व आर्थिक आघात पहुँचा है। वहीं, परिवार की स्थिति अत्यंत दयनीय है, और भविष्य में उनके जीवन-यापन के साधनों पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने बताया कि, बच्चे की माता किराए के एक कमरे पर रहती है। जबकि, परिवारिक स्थिति भी बेहद कमजोर है। स्वयं ही अपना घर चलाती है। इसलिए मृतक के परिवार को न्याय दिलाने के लिए 25 लाख रुपये का मुआवजा शीघ्र प्रदान किया जाए। ताकि पीड़ित परिजनों को भविष्य में होने वाली परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही, नगर निगम को निर्देशित किया जाए कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए खुले नालों की ढ़कने और समुचित व्यवस्था करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
इस दौरान अजय गेहरा, शालिनी मसीह, पदमा जॉनसन, मृत्युंजय वर्मा, शमूएल मसीह, पुनीत रस्तोगी, अभिषेक आदि रहे।