Wednesday, April 16, 2025
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मेरठ: कस्तूरबा विद्यालय भूनी से तीन छात्राएं हुई लापता, 30 घंटे बाद भी नहीं लगा सुराग, मचा हड़कंप

– विद्यालय प्रबंधन जांच के घेरे में, मामला सांप्रदायिक होने की चर्चा


शारदा रिपोर्टर

मेरठ। सरूरपुर थाना क्षेत्र स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय से तीन छात्राओं के लापता होने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। यह मामला गुरूवार सुबह का है। जब विद्यालय प्रशासन ने दोपहर 2:30 बजे छात्राओं की गिनती की, तो पता चला कि 43 में से तीन छात्राएं गायब हैं। गंभीर बात यह रही कि विद्यालय स्टाफ ने इस संवेदनशील घटना की जानकारी तत्काल अधिकारियों या पुलिस को देने के बजाय खुद ही खोजबीन शुरू कर दी और करीब डेढ़ घंटे तक इसे छिपाए रखा। परिजनों को भी शाम चार बजे के आसपास सूचना दी गई, जिसके बाद उन्होंने तत्काल सरूरपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।

घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस, बीएसए, सीडीओ समेत प्रशासनिक अमला हरकत में आया और देर रात तक छानबीन जारी रही। मेरठ की डीएम डॉ वीके सिंह और एसएसपी डॉ विपिन ताडा स्वयं मौके पर ही पहुंचे और हालात का जायजा लिया। अधिकारियों ने विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए, क्योंकि विद्यालय में तैनात सुरक्षा गार्ड के बावजूद छात्राएं कैसे लापता हो गईं, यह अब तक स्पष्ट नहीं है।

जांच में यह भी सामने आया कि विद्यालय परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे घटना के समय बंद थे और पीछे के गेट की दीवार भी टूटी हुई मिली, जिससे छात्राओं के निकलने की आशंका जताई जा रही है। इस विद्यालय में करीब 100 छात्राएं पंजीकृत हैं, लेकिन ईद और अन्य त्योहारों के चलते अधिकांश घर गई हुई थीं, जिससे उस समय केवल 43 छात्राएं ही उपस्थित थीं।

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जिला अधिकारी वीके सिंह ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक जांच कमेटी का गठन किया गया है और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

फिलहाल शुक्रवार शाम तक भी तीनों छात्राओं का कोई सुराग नहीं लग सका था और पुलिस की टीमें उनकी तलाश में जुटी हुई थीं। मामला सिर्फ लापता छात्राओं का ही नहीं बल्कि विद्यालय की लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता नजर आ
रहा है।

मामला बेहद संगीन,होगी कड़ी कार्रवाई: मीनाक्षी भराला

इस मामले की जानकारी मिलते ही राज्य महिला आयोग की सदस्या डा. मीनाक्षी भराला ने विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने वार्डन से लेकर शिक्षिकाओं और छात्राओं से भी बात की। डा. मीनाक्षी भराला ने बताया कि चर्चा है कि विद्यालय में सुरक्षा और अनुशासन को लेकर भारी चूक व्याप्त है। पता चला है कि कुछ छात्राओं से पड़ोस गांव के लड़के बात करते हैं। गायब तीनों छात्राओं में से एक के पास मोबाइल भी मिला था। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे जहां संचालित नहीं है, वहीं एक कैमरे का तार कटा हुआ मिला। जो किसी साजिश की तरफ भी इशारा करता है।

दूसरे संप्रदाय के युवकों पर लग रहे आरोप

इस पूरे मामले में प्रकरण बेहद संवेदनशील होता जा रहा है। क्योंकि पास के ही गैरसंप्रदाय बहुल दो गांवों के युवकों पर इस मामले में आरोप लग रहे हैं। चर्चा है कि छात्राएं भी पास के एक पेट्रोल पंप तक जाकर उनके साथ गायब हुई हैं। ऐसे में इन्हीं किसी गांव में छात्राओं के होने की बात भी कही जा रही है।

अभिभावकों का डर या युवकों का बहलाना

इस मामले में पता चला है कि बुधवार को एक छात्रा के पास मोबाइल मिला था। जिसके बाद पता चला कि चार छात्राएं इस मोबाइल के जरिए बात करती थी। मोबाइल मिलने पर वार्डन ने छात्राओं के परिजनों को फोन कर जानकारी दी। इसके बाद एक छात्रा के परिजन आकर अपनी बेटी को ले गए। लेकिन बाकी ने छात्राओं को फोन पर ही धमकाया। इसके अगले ही दिन छात्राएं गायब हो गई। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि छात्राएं अभिभावकों के डर से फरार हुई हैं। जबकि चर्चा ये है कि पूर्व नियोजित साजिश के तहत छात्राएं विद्यालय से फरार हुई हैं।

इस मामले की जांच की जा रही है, छात्राओं की तलाश के लिए टीम लगी है। एक जांच कमेटी बनाई गई है और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। वीके सिंह, जिलाधिकारी, मेरठ ।

 

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