शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने शुक्रवार को कमेटी सेल, संबद्धता विभाग और पीएचडी विभाग का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली, सफाई व्यवस्था और फाइलों के रखरखाव का गहनता से जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि प्रशासनिक कार्यों में अधिक पारदर्शिता और दक्षता लाने के लिए डिजिटल प्रणाली को अपनाया जाए।
कुलपति ने कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय प्रशासन को धीरे-धीरे पेपरलेस कार्यप्रणाली की ओर बढ़ना होगा। सभी प्रशासनिक कार्यों को कंप्यूटर के माध्यम से निष्पादित करने पर जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि डिजिटल दस्तावेजों का उपयोग न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि कार्य में पारदर्शिता और सुगमता भी सुनिश्चित करेगा। निरीक्षण के दौरान कुलपति ने कार्यालयों में सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने कर्मचारियों को निर्देश दिए कि कार्यस्थल को स्वच्छ और सुव्यवस्थित रखा जाए ताकि एक सकारात्मक कार्य वातावरण तैयार किया जा सके। इसके साथ ही, फाइलों के उचित रखरखाव पर भी विशेष जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि फाइलों की डिजिटल रिकॉर्डिंग को अनिवार्य रूप से अपनाया जाए ताकि दस्तावेजों का पता लगाना आसान हो और अनावश्यक कागजी कार्यवाही से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को आधुनिक तकनीक के अनुरूप विकसित करने के लिए सभी विभागों को मिलकर कार्य करना होगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन अब पारंपरिक कागजी प्रक्रिया से डिजिटल प्रणाली की ओर बढ़ रहा है। इससे कर्मचारियों की कार्यक्षमता में सुधार होगा और छात्रों व शोधार्थियों को भी त्वरित और पारदर्शी सेवाएं मिल सकेंगी। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।