– भाजपा की हैट्रिक या नई इबारत लिखी जाएगी।
ज्ञान प्रकाश, संपादक
मेरठ। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए शुक्रवार 26 अप्रैल को मतदान होगा। इस दिन दो फिल्मी कलाकारों मेरठ से रामायण धारावाहिक में राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल और मथुरा से ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी हुई है। इसके अलावा गाजियाबाद, नोएडा और बुलंदशहर समेत 88 सीटों पर मतदान होगा।
मेरठ संसदीय सीट पर लगातार तीन बार राजेंद्र अग्रवाल भाजपा के लिए जीत का परचम लहराते रहे है। इस बार पार्टी हाईकमान ने फिल्मी कलाकार अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतार कर सबको चौंका दिया था। अरुण गोविल के नाम की घोषणा होते ही पार्टी में असंतोष दिखने लगा था और लोग इनको बाहरी बताने में लग गए थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के मोर्चा संभालने और आरएसएस के सक्रिय होने के बाद से भाजपा ने मजबूत दावेदारी पेश कर दी है। पार्टी अपने कोर वोट बैंक सवर्ण, ओबीसी और दलित वोटरों के दम पर मैदान में है। मुजफ्फरनगर सीट पर ठाकुरों की नाराजगी की बातें इस सीट पर हवा हो गई है।
बसपा प्रत्याशी देवव्रत त्यागी मुस्लिम, दलित और त्यागी वोटरों पर निशाना साध रहे है। ये तो आने वाला वक्त बताएगा कि मतदाताओं को किस हद तक अपनी तरफ खींच पाएंगे। समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सुनीता वर्मा जो पहले मेयर रह चुकी है वो मुस्लिम और दलित वोटरों पर दावेदारी ठोक रही है। पहले चरण के चुनाव में मुस्लिम वोटरों ने जिस तरह कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का दामन थामा है वो कहानी दूसरे चरण में भी दोहराई जायेगी। ऐसी पूरी संभावनाएं दिख रही है। अंदरूनी कलह से जूझ रही समाजवादी पार्टी किस हद तक भाजपा को मजबूती से टक्कर देगी ये चार जून को पता चल जाएगा।
वही गाजियाबाद में अतुल गर्ग और नोएडा में महेश शर्मा के अलावा मथुरा से हेमा मालिनी और अलीगढ़ में सतीश गौतम, बागपत से डॉक्टर राजकुमार सांगवान, बुलंदशहर से भोला सिंह और पिछली बार बीजेपी से दूर रही अमरोहा सीट के लिए चुनौती मजबूत मिलने वाली है। वेस्ट यूपी के दूसरे चरण के आठ सीटों के मतदान से पूरे देश के चुनाव की तस्वीर साफ होने की पूरी उम्मीद है।
दरअसल भले ही चुनाव धर्म के आधार पर नहीं दिख रहा लेकिन समाजवादी पार्टी की तरफ मुस्लिम वोटरों के झुकाव से तस्वीर साफ दिख रही है क्योंकि चार दिन से भाजपा के शीर्ष नेता हिंदू वोटरों के ध्रुवीकरण की तरफ लगे हुए है और योगी आदित्यनाथ के रोड शो ने भी सोए हुए भाजपा कार्यकर्ताओं को जगा दिया है क्योंकि मेरठ का चुनाव अब एकतरफा नही बल्कि त्रिकोणीय हो गया है।