मेरठ। रोहटा क्षेत्र के उखलीना बिजलीघर में डकैती की साजिश ड्यूटी पर तैनात एसएसओ और लाइनमैन ने ही रची थी। विभागीय जांच में बाहरी व्यक्तियों से मिलीभगत कर षडयंत्र रचने के खुलासे के बाद दोनों कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है। वहीं पुलिस की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। पुलिस कर्मचारियोंं का साथ देने वाले बाहरी लोगों की तलाश कर रही है।
रोहटा थाना क्षेत्र उखलीना गांव के जंगल में एक सनसनी खेज बडी वारदात में डेढ़ दर्जन सशस्त्र हथियारबंद बदमाशों ने 33/11 बिजली घर पर डाका डाला था। यहां तैनात एसएसओ सुरेश और लाइनमैन आदि को मारपीट के बाद बंधक बनाने की बात कर्मचारियों ने कही थी। बदमाशों ने विद्युत आपूर्ति ठप करते यहां मौजूद कई ट्रांसफार्मर से तांबे और पीतल के करोड़ों रुपए के उपकरण लूट लिए।
बताया गया की 5 एमवीए के ट्रांसफार्मर से लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का सामान बदमाश लूट कर ले गए और जाते समय बदमाश लाइनमैन एसएसओ को बंधक बनाकर बिजली घर का दरवाजा बंद कर गए।
घटना को लेकर पुलिस में हड़कंप मचा हुआ था और लगातार घटना के खुलासे में पुलिस लगी हुई थी। इस दौरान पुलिस ने जब दोबारा एसएसओ और लाइनमैन से बात की तो घटना के दिन बताई गई कहानी और बाद में बताई गई कहानी के साथ दोनों के द्वारा बताई कहानी में भी कई झोल नजर आए।
पुलिस ने संदेह के आधार पर दोनों से जब सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया। एसएसओ और लाइनमैन ने ही बाहरी बदमाशों के सहयोग से लूट की घटना को अंजाम दिलाया था। इसके बाद जहां विभाग ने दोनों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं, वहीं पुलिस अब बाहरी बदमाशों को तलाशने में जुट गई है।