– सोमवार देर रात गश्त के दौरान रामगंगा की बाढ़ में बह गए थे सिपाही मोनू।
मुरादाबाद। रामगंगा की बाढ़ में बहे सिपाही मोनू की डेडबॉडी 24 घंटे बाद रामगंगा नदी से मिली है। सिपाही की डेडबॉडी बाढ़ में नीचे दलदल में धंसी थी। घटनास्थल से करीब 50 मीटर की दूरी पर डेडबॉडी मिली है। सिपाही मोनू मुरादाबाद के डिलारी थाने में तैनात थे। सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 2:30 बजे मोनू रामगंगा की बाढ़ में बह गए थे। ये हादसा मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र में चटकाली गांव में पास हुआ था। हादसे के समय सिपाही मोनू गश्त पर थे।
सड़क पर मछुआरों का जाल पड़ा देख वो उसे यह सोचकर पैर से हटाने लगे थे कि जाल में फंसकर कोई राहगीर बाढ़ में न बह जाए। लेकिन इसी कोशिश में मछलियों का जाल सिपाही मोनू के पैर में फंस गया और वो बाढ़ के बहाव में बह गए थे।
हादसे के बाद से ही एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें लगातार सिपाही मोनू की तलाश में जुटी थीं। डीआईजी मुनिराज-जी और एसएसपी सतपाल अंतिल ने मौके पर रहकर इस रेस्क्यू आॅपरेशन की मॉनीटरिंग की। बुधवार को मोनू की लाश घटनास्थल से करीब 50 मीटर की दूरी पर मिली। मोनू की लाश बाढ़ वाले एरिया में एक खाई में दलदल में धंसी थी। पानी का तेज बहाव उन्हें गहराई में खींच ले गया था।