- सघन चेकिंग के बाद मिला प्रवेश, आला अधिकारी भी लगातार परीक्षा केंद्रों पर करते हुए भ्रमण।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा शुक्रवार से शुरू हो गई। मेरठ में परीक्षा के लिए दो पालियों में 35 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। पहली पाली की परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू होकर 12 बजे तक चली। प्रवेश के दौरान युवकों हाथ में बंधे कलावे, राखी आदी भी खुलवा दी गईं। दूसरी पाली की परीक्षा तीन बजे से पांच बजे तक होगी।
मेरठ में दो पालियों में 35 हजार अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। सुबह 10 बजे से पहली परीक्षा शुरू हुई और 12 बजे खत्म हुई। इसके बाद दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक दो पालियों में परीक्षा होगी। सुबह आठ बजे से केंद्रों पर प्रवेश शुरू हो गया। साढ़े नौ बजे प्रवेश बंद कर दिया गया। सघन चेकिंग के बाद प्रवेश दिया गया।
सुबह आठ बजे से सभी परीक्षा केंद्रों पर पुलिस की परीक्षा देने आए छात्र-छात्राओं को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने से पहले पुलिस महिला कांस्टेबल व पुरुष कांस्टेबल द्वारा छात्र-छात्राओं की सघन चैकिंग करने के बाद परीक्षा केंद्र के अंदर जाने की अनुमति दी गई। पुलिस द्वारा यह भी चेतावनी दी जा रही है कि परीक्षा देने आए छात्र-छात्राएं केवल तीन ही चीज परीक्षा केंद्र के अंदर ले जा सकते हैं एक आधार कार्ड, पैन और अपना एडमिट कार्ड। युवको के हाथ में बंधी राखियां, कलावे, ब्रासलेट आदि भी खुलवा दिए गए।
सभी केंद्रों पर सुबह आठ बजे से एंट्री शुरू कर दी गई।
कॉलेजों के बाहर प्रत्येक गेट पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की गई और पुलिस बल तैनात रहा। परीक्षा केंद्र पर नकल को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है। परीक्षा को लेकर आईजी नचिकेता झा ने गुरुवार शाम को अधिकारियों के साथ बैठक भी की। आज परीक्षा केंद्रों पर डीएम, एसएसपी ने भी पहुंचकर जायजा लिया।
मेरठ के एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि थ्रीलेयर सुरक्षा के बीच परीक्षा कराई जा रही है। सीसीटीवी दो दिन पहले ही लाइव कर दिए गए हैं। इनकी निगरानी तीन कंट्रोल रूम से की जाएगी। केंद्रों पर अभ्यर्थियों के फोटो आदि मिलान के लिए आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। आधार की ओटीपी के जरिए जांच होगी। इमरजेंसी में छह बाइक दस्ते भी बनाए गए हैं।
सभी 36 परीक्षा केंद्रों पर 36 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं, जिनके द्वारा ट्रेजरी से प्रश्न-पत्र परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाए गए। केंद्र व्यवस्थापकों के अलावा स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सीओ-इंस्पेक्टर को केंद्रों पर लगाया गया है। ट्रेजरी के स्ट्रांग रूम से लेकर केंद्र पर पेपर का लिफाफा खोले जाने की वीडियोग्राफी सीसीटीवी के सामने हुई।
अनुचित साधन पर मुकदमा, एक करोड़ के जुमार्ने का प्रावधान: परीक्षा में गड़बड़ी न हो इसको लेकर जेलों में बंद और जमानत पर छूटे 192 नकल माफियाओं की निगरानी के साथ सभी को पांच-पांच लाख रुपये के मुचलके में पाबंद किया गया है। अगर कोई परीक्षा में नकल कराते हुए या नकल करते पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ उप्र सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) विधेयक-2024 के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। इसमें 10 वर्ष की सजा के साथ एक करोड़ रुपये तक के जुमार्ने का प्रावधान है।
एसटीएफ भी कर रही निगरानी : परीक्षा को लेकर एसटीएफ भी निगरानी कर रही है। सैकड़ों नंबरों को सर्विलांस पर लेकर मॉनीटरिंग की जा रही है। कई स्थानों पर ड्रोन से भी निगरानी रखी जाएगी।
कानों से बाली और हाथों से राखी तक उतरवाई
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पिछली बार प्रश्न पत्र लीक की घटना से सजग पुलिस प्रशासन इस बार पूरी एहतियात बरतता हुआ नजर आया। परीक्षा देने आयी युवतियों के कान, नाक, गला और हाथों में जो भी आभूषण थे उतरावा दिए गए। यही नहीं पैरों की पायल तक परीक्षा केंद्र के भीतर नहीं जाने दी गई। युवाओं के हाथों की राखियां और अंगुली में पहनी अंगूठियां तक उतरवा दी गई। इतना ही नहीं परीक्षार्थियों के जूते तक उतरवा दिए गए।
वाहन की चाबी भी प्रतिबंधित
परीक्षा केंद्र के अंदर इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण के साथ ही बाइक या कार की चाबी ले जाने की भी अनुमति नहीं है। कागज, पेंसिल बॉक्स, कैलकुलेटर, पर्स, चश्मा, कैप, ज्वेलरी, खाने का सामान, मोबाइल, पेन ड्राइव, कैमरा, घड़ी, बाइक या कार की चाबी, डिजिटल पेन और हाथ पर बैंड प्रतिबंधित है।