- दोनों खिलाड़ियों का रहा शानदार सफर,
- जिम्बावे का दौरा तय करेगा नया भविष्य।
ज्ञान प्रकाश, संपादक।
हिंदुस्तान नहीं पूरी दुनिया के करोंड़ों क्रिकेट प्रेमियों के लिए भले ये हैरानी में डालने वाली खबर हो कि टीम इंडिया के दो मजबूत स्तंभ विराट कोहली और रोहित शर्मा ने एक साथ टी 20 क्रिकेट फॉर्मेट से संन्यास ले लिया। आने वाले समय में हार्दिक पांड्या, सूर्य कुमार यादव और शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों के हाथों में टीम इंडिया की कमान होगी। वर्षों से लोगों की आदत रोहित और कोहली को खेलते हुए देखने की बनी हुई है जिसे अब लोगों को बदलना होगा।
इस वक्त टी 20 फार्मेट के लिए भारत के पास खिलाड़ियों की कमी नहीं। यशस्वी जायसवाल, अभिषेक शर्मा, नीतीश कुमार,रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ी मौके का इंतजार कर रहे है।
विराट कोहली ने टीम इंडिया के लिए बेहतरीन पारियां खेली है। बात चाहे 2014 वर्ल्ड कप में 35 रन बनाए और गंभीर के साथ मिलकर 85 रन की साझेदारी की थी। टी 20 वर्ल्ड कप 2016 में नाबाद 72 रन की पारी खेली थी।
2022 टी 20 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 82 रन की पारी खेली थी। इस वर्ल्ड कप में 76 रन की पारी खेल कर साबित कर दिया कि कोहली बड़े मैचों के खिलाड़ी है।रोहित शर्मा टी 29 प्रारूप में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में बाहर हो गए हैं – 159 मैचों में 4231 रन – और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सबसे ज़्यादा शतक (पांच) का रिकॉर्ड भी उनके नाम है। उन्होंने दो टी20 विश्व कप खिताब जीते हैं। 2007 में खिलाड़ी के रूप में पहला खिताब और अब 2024 में कप्तान के रूप में।
रोहित और कोहली का टी201 प्रारूप से संन्यास लेना पूरी तरह से अप्रत्याशित नहीं था। दोनों खिलाड़ियों ने 2022 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में भारत की हार के बाद कोई टी20 मैच नहीं खेला था, और इस साल जनवरी में ही टी20 खेलना शुरू किया – 2024 टी20 विश्व कप पर ध्यान केंद्रित किया था।
विराट कोहली ने अपने 125 मैचों के टी201 करियर का अंत भारत के दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में किया (रोहित के बाद)- 48.69 की औसत और 137.04 की स्ट्राइक रेट से 4188 रन। सेमीफाइनल तक उन्होंने एक मुश्किल टी20 विश्व कप का सामना किया था – फाइनल में 59 गेंदों पर 76 रन बनाने से पहले सात पारियों में केवल 75 रन बनाए थे।
कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मैं अपने सबसे अजीब सपनों में भी इसकी कल्पना नहीं कर सकता था, यह देखते हुए कि मेरा टूर्नामेंट अब तक कैसा रहा है।” “मेरे लिए यह एक बहुत बड़ी सीख है, खेल से वाकई बहुत विनम्र हो गया हूं। अब इन दोनो खिलाड़ियों के जाने के बाद युवाओं से भरी नई टीम जिम्बावे के खिलाफ खेलने जा रही है। ये टूर साबित कर देगा कि नई टीम कैसा भविष्य बनाएगी।