– नगर निगम ने रैनबसेरों में मिलने वाली सुविधाओं को परखने की तैयारी की
– भीषण सर्दी मेंं ठिठुरते निराश्रितों को अब नहीं होगी परेशानी
– नगर निगम ने तीन दिनों में मांगी सर्वे रिपोर्ट
शारदा न्यूज, मेरठ। सर्दी का मौसम दस्तक दे चुका है और कुछ समय बार भीषण ठंड का एहसास भी होने लगेगा। ऐसे में सड़कों पर रात गुजारने वाले निराश्रित लोगों को पूरी रात ठंड में ठिठुरते हुए काटनी पड़ती है। हालांकि नगर निगम के पास कई रैनबसेरे है जिनमें इस तरह सड़कों पर रात गुजारनें वाले लोगों को रात गुजारनें की सुविधाएं है। लेकिन इन रैनबसेरों में मिलने वाली सुविधाओं की जमीनी हकीकत कैसी है इसको लेकर नगर निगम ने सर्वे शुरू कर दिया है।
– हर रैनबसेरे में होगा केयरटेकर
रैनबसेरों के हालातों को लेकर अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने निगम के संबंधित अधिकारी से जानकारी ली है। अब हर रैनबसेरे में दोनों शिफ्ट में एक-एक केयर टेकर की व्यवस्था की जाएगी। रजिस्टर में आने-जाने वालों का रिकार्ड पूरी तहर दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही पीने के पानी समेत साफ-सफाई की व्यवस्था के लिए स्वास्थ्य अनुभाग और जलकल अनुभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
– निराश्रितों को 24 घंटे मिलेगी सुविधाएं
नगर निगम के पास इस समय कुल 12 रैनबसेरे है जिनकी देखभाल के लिए कुल 15 केयरटेकर होने के दावें निगम द्वारा किये जा रहे है। इनमें पल्लवपुरम पानी की टंकी, मेडिकल कॉलेज, शेरगढ़ी, हापुड़ रोड, सूरजकुंड में दो, टाउनहॉल, बच्चा पार्क, कासमपुर पहाड़ी, खड़ौली,बाईपास, मुल्ताननगर, गगोल रोड और महिला जिला अस्पताल में रैनबसेरे संचालित हैं। मगर इन सभी रैनबसेरों की हालत बेहद खराब है, कहीं शौचालय टूटे पड़े हैं तो कहीं खिड़की टूटी हैं यहां तक की नलों में टोटियां तक नहीं हैं।
नगर निगम ने अब इन रैनबसरों में मिलनरे वाली सुविधाओं को लेकर सर्वे शुरू कर दिया है। इस दौरान निगम के अवर अभियंता तीन दिन में अपनी सर्वे रिपोर्ट मुख्य अभियंता को सौंपेंगे। सीई देवेंद्र कुमार द्वारा अवर अभियंताओं को पत्र लिखकर रैनबसेरों में स्थित शौचालय, स्नानागार, दरवाजे-खिड़कियां और दीवारों की मरम्मत कराने को कहा है।