मेरठ। शहर की सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। रूड़की रोड स्थित पॉश कॉलोनी शील कुंज में जिला पंचायत सदस्य सुभाष गुर्जर की पत्नी ज्योत्सना गुर्जर पर कुत्तों ने हमला कर दिया। महिला कुत्तों के हमले से बचकर भागी तो वह सड़क पर गिर पड़ी जिससे उसके हाथ की हड्डी टूट गई। बताया जा रहा है तीन दिन पहले भी इसी कॉलोनी में भाजपा नेता सुधीर रस्तोगी भी कुत्तों के हमले से घायल हो गए थे।
एमडीए की शीलकुंज कॉलोनी में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। कई बार लोग कुत्तों के हमले के शिकार हो चुके हैं। कई बार शिकायत के बाद भी नगर निगम ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। बागपत के जिला पंचायत सदस्य सुभाष गुर्जर अपने परिवार के साथ मोदीपुरम स्थित शील कुंज कॉलोनी में रहते हैं। उनकी पत्नी ज्योत्सना गुर्जर किसी काम से घर से बाहर निकलीं थी। तभी कुत्तों ने उनपर हमला कर दिया। वह किसी तरह बचकर भार्गी तो सड़क पर गिर पड़ीं। शोर सुनकर आए लोगों ने कुत्तों को भगया। इसके बाद ज्योत्सना को डॉक्टर के यहां ले जाया गया। शीलकुंज कॉलोनी में 200 से अधिक आवारा कुत्ते हैं। महिलाओं और बच्चों का बाहर निकलना मुस्किल हो गया है।
भाजपा नेता सुधीर रस्तौगी का कहना है कि तीन दिन पहले एक कुत्ते ने उन पर भी हमला किया था। पहले भी कई बार कुत्ते महिलाओं और बच्चों पर हमला कर चुके है। कॉलोनी में कुत्तों का आंतक बढ़ता जा रहा है। शिकायत के बाद भी नगर निगम ने कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान नहीं चलाया। जिला अस्पताल में रोज 50 से 60 मरीज एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं। निगम ने परतापुर में कुत्तों को बधियाकरण और एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए सेंटर भी खोला है। करोड़ों का बजट भी मिलता है। मगर अभियान नहीं चल रहा। सूयार्पुरम कॉलोनी निवासी व्यापारी का 11 साल का बेटा दुष्यंत अपने घर के कैस 1 सामने खेल रहा था। 28 अगस्त को दुष्यंत को कुत्ते ने काट लिया। बाद में इलाज के दौरान दुष्यंत की अस्पताल में मौत हो गई थी। इसी तरह कंकरखेड़ा में हेड कांस्टेबल सुधीर मालिक की पुत्री 7 साल की बेटी को कुत्ते ने नोच दिया था। तीन दिन बच्ची अस्पताल में भर्ती रही। कुत्ते के मालिक पर मुकदमा तक दर्ज किया गया। इसके बावजूद नगर निगम ने कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की।
वहीं कंकरखेड़ा के डिफेंस एंक्लेव में डॉक्टर हरेंद्र सिंह के 5 साल के बेटे को कुत्ते ने काट लिया था। जिसको लेकर कई दिनों तक हंगामा भी चला। निगम ने पाश कॉलोनी में अभियान चला कर कार्रवाई करने की बात कही थी।