– सीने में लगी गोली, 23 राउंड फायरिंग।
शामली। कांधला थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच शुक्रवार देर रात भयंकर मुठभेड़ हुई। पुलिस की आत्मरक्षा में की गई जवाबी फायरिंग में एक लाख का इनामी और हिस्ट्रीशीटर नफीस पुत्र मूदा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मारा गया नफीस जिले का कुख्यात अपराधी था। उसके खिलाफ हत्या, लूट और जानलेवा हमले जैसे 34 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थी और उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम रखा गया था। मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने मौके से .32 बोर पिस्टल, .315 बोर तमंचा, सात कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की। बरामद हथियार फोरेंसिक जांच के लिए भेजे जाएंगे।
पुलिस अधीक्षक एन.पी. सिंह ने कहा कि यह कार्रवाई अपराधियों पर लगाम कसने में बड़ी सफलता है। उन्होंने बताया कि जिले में सक्रिय सभी वांछित अपराधियों की सूची तैयार कर लगातार सर्च आॅपरेशन चलाए जा रहे हैं। नफीस के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई और पुलिस टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए।
नफीस (50) कांधला के खेल मोहल्ले का रहने वाला था। छोटे भाई नदीम ने बताया कि नफीस पिछले तीन साल से कर्नाटक और कोलकाता में था। नफीस ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी रुकसाना की छह साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद उसने कोलकाता की शमा से शादी की और वहीं रहने लगा। नदीम ने कहा कि नफीस ने काफी समय से अपराध छोड़ा था, लेकिन पुलिस अब पुराने मामलों में उसके खिलाफ कार्रवाई कर मुठभेड़ में मार गिराया।
नफीस 16 अक्टूबर को शामली आया था। 22 अक्टूबर को उसकी साली की शादी थी। शुक्रवार सुबह बिना बताए वह घर से निकला। भाभीसा चौकी प्रभारी अजीत सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि गैंगस्टर नफीस शहर में है। बुढ़ाना-कांधला रोड पर चेकिंग लगाई गई। शनिवार सुबह करीब 4 बजे नफीस बाइक से आया, उसके पीछे एक और युवक बैठा था।
दोनों तरफ से 23 राउंड फायरिंग हुई। नफीस का साथी मौके पर भाग गया। नफीस ने पुलिस पर सात राउंड फायरिंग की। पुलिस ने 16 राउंड फायरिंग की, जिसमें नफीस के सीने में गोली लगी और वह मौके पर ही ढेर हो गया। कांधला थाना प्रभारी की बुलेटप्रूफ जैकेट ने भी एक गोली रोक ली।
एसपी एनपी सिंह ने बताया कि नफीस पर 34 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें लूट, हत्या और नकली नोट की तस्करी शामिल है। वह जाली करेंसी का बड़ा नेटवर्क चलाता था और लंबे समय से पुलिस की नजर में था।



