मेरठ। मेरठ कॉलेज मेरठ के भारतीय भाषा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ द्वारा संस्कृत भारती मेरठ प्रांत के संयुक्त तत्वाधान में संस्कृत भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से “संस्कृत गद्य वचन प्रतिस्पर्धा” तथा “संस्कृत श्लोक गायन प्रतिस्पर्धा” का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दी।
दरअसल कार्यक्रम की शुरुआत में आयोजन सचिव प्रोफेसर वाचस्पति मिश्र द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया तत्पश्चात कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर अंजलि मित्तल के कर-कमलो द्वारा संपन्न हुआ। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्कृत भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री जयप्रकाश तथा मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर पवन कुमार राजनीति विज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय उपस्थित रहे।
विशिष्ट अतिथि जयप्रकाश ने अपने संबोधन में उपस्थित छात्राओं को संस्कृत भाषा और संस्कृति को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद मुख्य अतिथि प्रोफेसर पवन कुमार ने संस्कृत भारती के परिचय को देते हुए इसके कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि किस प्रकार विदेशी आक्रांताओं ने भारत को गुलाम बनाए रखने के लिए इसकी संस्कृति को नष्ट करने का षड्यंत्र रचा। विदेशी आक्रांताओं ने आम जनमानस में यह धारणा बैठा दी की संस्कृति एक कठिन भाषा है। जिससे आम जनमानस संस्कृत से दूर होता गया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में संस्कृत का बखूबी इस्तेमाल किया तथा छात्र-छात्राओं को बोलचाल में संस्कृत को प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया और साबित किया की संस्कृत बहुत ही सरल भाषा है और इसे बोला जा सकता है अपनाया जा सकता है। संस्कृत संस्कृति के साथ-साथ वैज्ञानिक तथ्यों से भरपूर भाषा है। हमें संस्कृत को भाषा के रूप में अपनाना चाहिए वह चाहे थोड़ी बहुत गलत रूप में ही क्यों ना बोली जा रही हो। महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर मिश्रा के अनुरोध पर संस्कृत भारती के अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री जयप्रकाश ने कहा कि भविष्य में संस्कृत भारती, मेरठ महाविद्यालय के साथ संस्कृत भाषा और संस्कृति के विकास के लिए अनुबंध (MoU) करेंगे।
मुख्य अतिथि के संबोधन के पश्चात छात्र-छात्राओं की दोनों विषयों पर प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें निर्णायक को द्वारा संस्कृत श्लोक गायन में रितिक शर्मा, बीकॉम एलएलबी – प्रथम स्थान, खुशी काजल बीएससी – द्वितीय स्थान तथा गीतांजलि- बीए तृतीय स्थान घोषित किया गया. दूसरी प्रतियोगिता संस्कृत गद्य वाचन प्रतियोगिता में कृतिका एम. ए. – तृतीय स्थान, अजय एम. ए.- द्वितीय स्थान तथा शिवम एम. ए.- को प्रथम स्थान प्रदान किया गया। सभी विजेता प्रतिभागियों को मेरठ कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर अंजलि मित्तल तथा महाविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन इकाई की समन्वयक प्रोफेसर अर्चना सिंह द्वारा प्रमाण पत्र तथा मेडल प्रदान किए गए।
इस कार्यक्रम का मंच संचालन संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य डॉक्टर अरविंद कुमार द्वारा सफलतापूर्वक किया गया। पूरे आयोजन में महाविद्यालय की भारतीय भाषा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ के सदस्यों प्रोफेसर रामयज्ञ मौर्य, प्रोफेसर अमृतलाल, प्रोफेसर अर्चना सिंह, प्रोफेसर विभा गोयल, मुख्य नियंता प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार, डीन प्रोफेसर सीमा पवार, प्रोफेसर योगेश कुमार, डॉ पंकज भारती, डॉ हरगुन साहनी, डॉ शैली चौधरी, डॉ सरिता नायक का योगदान रहा।