मेरठ। मनोविज्ञान विभाग, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ परिसर में सफल जीवन हेतु मनोवैज्ञानिक काउन्सलिंग का महत्व विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता डॉ. शाह आलम, मनोविज्ञान विभाग, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय अलीगढ़ रहे।
कार्यकर्म के मुख्य वक्ता डॉ. शाह आलम ने, काउंसलिंग का जीवन में कितना महत्व बताते हुए कहा कि इस भगदड़ भरी जिंदगी में किसी को एक दूसरे के लिए समय नहीं है। इसलिए हैं अपनी समस्याएं एक दूसरे से शेयर करना चाहिए ताकि हमें एक समाधान मिल सके।
उन्होंने बताया कि हमारे भारतवर्ष मे आज लगभग 40 से 50 करोड़ लोग किसी ना किसी मानसिक या मनोवैज्ञानिक परेशानी से पीड़ित हैं और उनको सुनने के लिए कोई नही है जिसके लिए हमारे देश को कम से कम डेढ़ लाख मनोवैज्ञानिकों की आवश्यकता है। आगे
उन्होंने बताया कि एक अच्छा काउंसलर बनना है तो दूसरों के व्यवहारों का अवलोकन कर उन्हें सहानुभूति के साथ सुनना सीखो, इससे बहुत सारी समस्याओं का हल संभव है।उन्होंने कहा कि यदि जिंदगी में सफल होना है तो जिंदगी की प्लानिंग और समय प्रबंधन जरूरी है।
कार्यक्रम में सभी का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर संजय कुमार ने किया एवं सभी शिक्षकों ने अतिथि वक्ता को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में शिक्षक डॉ. चित्रा गुप्ता और रूपा शर्मा के साथ विभाग के पीएचडी, स्नातक और परास्नातक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया और अपने प्रश्नों के द्वारा ज्ञान प्राप्त किया।