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Wednesday, December 24, 2025
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पीएम मोदी का बिहार दौरा, नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का किया उद्घाटन

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Modi In Bihar: पीएम मोदी ने बुधवार को बिहार के राजगीर में नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत 17 देशों के राजदूत शामिल हुए। यूनिवर्सिटी नालंदा के प्राचीन खंडहरों के पास में ही स्थित है।

नालंदा यूनिवर्सिटी के उद्घाटन से पहले शिक्षण संस्थान के अंतरिम वाइस चांसलर प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा विदेश मंत्री जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा शामिल हैं। इसके अलावा 17 देशों के राजदूतों ने भी नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया।

 

पीएम मोदी ने शेयर की थी यूनिवर्सिटी की तस्वीरें

 

पीएम ने उद्घाटन से पहले सोशल मीडिया मंच एक्स पर नालंदा यूनिवर्सिटी की तस्वीरों को शेयर कीं। इसके साथ उन्होंने लिखा, “आज हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बहुत खास दिन है। आज सुबह करीब 10:30 बजे राजगीर में नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन किया जाएगा। हमारे गौरवशाली इतिहास से नालंदा का गहरा नाता है।” पीएम मोदी के जरिए शेयर की गई तस्वीरों में नालंदा यूनिवर्सिटी का गेट और उसके कैंपस को देखा जा सकता है।

Bihar में बनकर तैयार हुआ नालंदा यूनिवर्सिटी का नया कैंपस नालंदा के प्राचीन खंडहर स्थल के करीब है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत की गई थी। इस अधिनियम में यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए वर्ष 2007 में फिलीपीन में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिए गए निर्णय को लागू करने का प्रावधान किया गया है। बिहार और देशभर के छात्रों को इस यूनिवर्सिटी में कई तरह के कोर्सेज की पढ़ाई का मौका मिलेगा।

बता दें कि नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना पांचवीं शताब्दी में हुई थी। उस समय दुनियाभर से क्षेत्र पढ़ाई के लिए यहां पहुंचते थे। इस यूनिवर्सिटी की पहचान दुनियाभर में थी और इसे क्षेत्र के सबसे बड़े केंद्र के तौर पर देखा जाता था। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों ने यूनिवर्सिटी को नष्ट कर दिया। इससे पहले ये 800 वर्षों तक फलती-फूलती रही और शिक्षा का केंद्र बनी रही। ऐसे में नई यूनिवर्सिटी के जरिए एक बार फिर से बिहार का गौरव लौटने वाला है।

दरअसल, नई यूनिवर्सिटी ने 2014 में 14 छात्रों के साथ एक अस्थायी कैंपस में पढ़ाना शुरू किया था। यूनिवर्सिटी के निर्माण की शुरुआत 2017 में हुई। भारत के अलावा इस यूनिवर्सिटी में 17 देश भी भागीदार हैं। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, ब्रुनेई दारुस्सलाम, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओस, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। इन देशों ने यूनिवर्सिटी के समर्थन में एमओयू पर साइन किए हैं।

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