शारदा रिपोर्टर मेरठ। इस भीषण गर्मी में राहगीरों को जनपद में लगे अधिकांश वाटर कूलर खराब होने के कारण पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। पहले हैंडपंपों से पानी गायब हुआ और अब वाटर कूलर का पानी भी सूखता नजर आ रहा है। लेकिन इन सब बातों को जानते हुए भी संबंधित विभाग के अफसर अनजान बने बैठे हैं। पानी की परेशानी को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार सभासदों और विभाग के अधिकारीयों को प्रार्थना पत्र देकर वाटर कूलर सही कराने की मांग की। लेकिन इन वाटर कूलर पर ध्यान देने वाला कोई नहीं। जिसके चलते लोगों में संबंधित विभाग के अधिकारीयों के खिलाफ रोष है।
दरअसल, राहगीरों को पीने के पानी के लिए शहर के अधिकांश इलाकों में करीब वाटर कूलर लगाए गए हैं। जिनमें अधिकांश दयनीय स्थिति में हैं और खराब पड़े हैं और जिन वाटर कूलर में पानी आता है, उन पर ताले लटके हुए हैं। जो एक शोपीस की तरह केवल लगे हुए हैं।
जिसके चलते लोगों को इस भीषण गर्मी में भी प्यासा ही रहना पड़ रहा है। लेकिन सबकुछ जानते हुए भी संबंधित विभाग वाटर के अधिकारी अनजान है और इन वाटर कूलर को ठीक कराने की जरूरत भी नहीं समझी जा रही। वहीं, अगर बात कैंटोनमेंट की करें तो कैंट में शुद्ध पानी की व्यवस्था के लिए 21 वाटर एटीएम संचालित किए गए थे।
इनमें शुरू में तो एक रुपये के सिक्के डालकर एक लीटर आरओ का पानी मिल जाता था। एक साल तक को इनका संचालन सही तरीके से हुआ, इसके बाद ये बेकार हो गए। अब गर्मी के दिन आने वाले हैं बावजूद इसके, वाटर एटीएम काफी समय से खराब है। कैंट की सड़कों और मोहल्लों में वाटर एटीएम महज शोपीस बने हुए हैं, उसमें पानी की एक बूंद तक नहीं है।