– रात से ही श्रद्धालुओं ने शुरू कर दिया था कार्तिक पूर्णिमा का स्नान
शारदा रिपोर्टर,हस्तिनापुर- कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मखदुमपुर गंगा घाट पर लाखों लोगों ने आस्था की डुबकी लगाकर धर्म लाभ अर्जित किया इस अवसर पर स्नान करने का सिलसिला देर रात से शुरू होकर लगातार जारी है।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर जिला पंचायत द्वारा आयोजित मखदुमपुर गंगा स्नान मेले का उद्घाटन 11 नवंबर को विधि विधान के साथ किया गया था। जिसके बाद से धीरे-धीरे मेले में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने लगी। लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गंगा किनारे पांच दिन पहले ही पहुंच गए थे और गंगा की रेती में अपने डेरे लगा लिए थे। जिन्हें पिछले पांच दिनों से कार्तिक पूर्णिमा का इंतजार था।
आखिरकार वह गुरूवार की रात 12:00 बजते ही पूरा हो गया। पूर्णिमा शुरू होते ही गंगा में स्नान करने का सिलसिला भी शुरू हो गया। गुरूवार रात 12 बजे के बाद से शुक्रवार शाम तक लाखों की संख्या में गंगा किनारे पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की।
वहीं बृहस्पतिवार की शाम को दीपदान और पिंडदान का सिलसिला चला। जहां पर श्रद्धालुओं ने पूरी आस्था के साथ अपने पूर्वजों को दीपदान किया। मेला स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई असामाजिक तत्व मेले में ट्रैक्टरों से तरह-तरह की गतिविधियां करते नजर आए। जिसके लिए पुलिस को सख्ती करनी पड़ी।
वहीं लगातार मेला स्थल पर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पुलिस अधिकारी पूरी रात तैनात रहे। श्रद्धालुओं के स्नान करने के बाद मेला स्थल से घर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी रही और रास्तों में भी काफी भीड़ रही।
उधर महाभारत कालीन ऐतिहासिक नगरी हस्तिनापुर में प्राचीन बूढ़ी गंगा मेला आज अपने चरम पर है। जहां पर लाखों श्रद्धालु मेला स्थल पर पहुंचे और अपने परिवार के साथ मेले में जमकर खरीदारी की। यह मेला तीन दिवसीय रहेगा, जो नगर पंचायत द्वारा आयोजित कराया जाता है। बृहस्पतिवार शाम चेयरपर्सन सुधा खटीक ने मेले का उद्घाटन किया था।