- सप्तमी, अष्टमी और नवमी पर व्रत-उपवास कन्या पूजन से ही मिलता है नौ दिनों तक शक्ति स्वरुप माँ की आराधना का फल।
- माताओ बहनों की रक्षा के लिए बच्चों को शिक्षा देने का शुभ दिन है कन्या पूजन।
मेरठ। आज नौचंदी स्थित श्री बालाजी मंदिर पर चैत्र नवरात्र महाष्टमी पर शुभ मुहूर्त संयोग में माता महागौरी का पूजा अर्चना करके करके महाष्टमी पर कन्याओं का पूजन किया गया। कन्या पूजन कराया गया । महंत आचार्य मनीष स्वामी द्वारा ज्योत जलाकर ,माँ को हलवा, पुरी,चने का प्रसाद का भोग लगाया गया।
मन्दिर के महंत आचार्य मनीष स्वामी ने कहा कि नौ देवियो को नौ कन्या स्वरूप मानकर कन्या पूजन के उपरांत ही नवरात्र के व्रत पूर्ण होते है। महाष्टमी पर कन्या पूजन करने से विद्या ,बुद्धि, सुख, समृद्धि बढ़ती है। जीवन की दरिद्रता खत्म होती है जीवन मे सदा खुशहाली बनी रहती है। चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन यानी नवमी तिथि पर देवी सिद्धिदात्री की पूजा के साथ नौ दिवसीय नवरात्रि का समापन होता है।
महाष्टमी कन्या पूजन में गुरु माता अलका स्वामी, पं धीरज स्वामी,विशाखा, लक्ष्मी द्वारा सभी कन्याओं का तिलक करके जल से चरण धोकर प्रसाद,फल,दक्षिणा भेट की गई। कन्या पूजन में अलका स्वामी विशाखा,योगेंद्र,ज्ञानेश्वर शर्मा, उपस्थित रहे।