– दस सितंबर तक बयान और सबूत देने का आदेश, पांच लोगों की गई थी जान
संभल। जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा की मजिस्ट्रीयल जांच सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार कर रहे हैं। मृतक नईम और मोहम्मद कैफ के परिजनों को बयान और साक्ष्य देने के लिए 10 सितंबर तक का समय दिया गया है। 24 नवंबर को हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई थी। इस घटना में 29 पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे। चार मृतकों के परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। एक मृतक का दफन बिना कार्रवाई के कर दिया गया।
सिटी मजिस्ट्रेट ने कोतवाली और नखासा थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं। वे घटनास्थल और मृतकों के मोहल्लों में लाउडस्पीकर से सूचना प्रसारित करेंगे। पहले यह जांच डिप्टी कलेक्टर दीपक चौधरी कर रहे थे। उनके तबादले के बाद सुधीर कुमार को जिम्मेदारी मिली।
संभल एसडीएम, सीओ, नखासा और कोतवाली प्रभारियों के बयान पहले ही दर्ज हो चुके हैं। आम लोगों को बुलाया गया था, लेकिन कोई बयान देने नहीं आया। न्यायिक जांच आयोग ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है।
यह विवाद 19 नवंबर को शुरू हुआ। हिंदू पक्ष ने चंदौसी कोर्ट में दावा किया कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है। उसी दिन शाम को मस्जिद का पहला सर्वे हुआ। 24 नवंबर को दूसरे चरण के सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की। इस हिंसा में 96 लोगों को जेल भेजा गया है। इनमें तीन हत्यारोपी, तीन महिलाएं और इंतजामिया मस्जिद सदर जफर अली एडवोकेट शामिल हैं।