- बेवजह किसानों के ट्यूबवेलों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। सोमवार को कई समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन किसान क्रांति दल के दर्जनों सदस्य कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि, बेवजह किसानों के ट्यूबवेलों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं।
जिसके चलते अधिक बिल आ रहा है और किसानों को खासी परेशानियों का सामना झेलना पड़ रहा है। जबकि, अभी तक गन्ने का मूल्य 450 प्रति रुपए कुंतल घोषित किया जाना था, जो अभी तक नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि, किसान अन्नदाता होने के बावजूद उत्पीड़न का शिकार हो रहा है। जिसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि, किसानों की दयनीय स्थिति को देखते हुए उनके सभी कृषि ऋण माफ होने चाहिए। उन्होंने कहा कि भू माफिया किसानो की जमीन हड़प रहे हैं, उनके खिलाफ भी आंदोलन चलाना पड़ेगा।
कहा कि, सरकार को बुजुर्ग किसानों और मजदूरों की आर्थिक दशा सुधारने के लिए 60 वर्ष की आयु पर उन्हें छह हजार रुपये प्रति माह की पेंशन दी जाए। उन्होंने मांग उठाई कि, घरों पर बिजली के प्री-पेड मीटर न लगाए जाएं। इसके साथ ही किसानों के निजी नलकूप का बिजली बिल बिना शर्त नि:शुल्क हो। बेसहारा पशुओं की उचित व्यवस्था की जाए। सभी किसानों और मजदूरों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की भी मांग की।
उन्होंने कहा कि, मेरठ में एक भू माफिया है, जिसने सैकड़ों गरीब किसानों की पट्टे की जमीन ने हड़प ली है। आरोप लगाया की करीब 500 करोड़ की सरकारी जमीन भी उक्त व्यक्ति बेचकर खा गया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने साफ कहा कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वह आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।