- 12 दिन पहले आगरा से आया था परिवार
लखनऊ। नए वर्ष पर पांच लोगों की हत्याओं से राजधानी दहल उठी। एक युवक ने अपने परिवार के पांच लोगों की निर्ममता से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।
घटना नाका थाना क्षेत्र स्थित होटल शरणजीत की है। यहां आगरा के कुबेरपुर क्षेत्र के इस्लाम नगर, तेहड़ी बगिया के निवासी अरशद अपनी मां अस्मा और चार बहनों आलिया (9), अल्शिया (19), अक्सा (16), रहमीन (18) के साथ रुका था। किसी बात को लेकर होटल के कमरे में अरशद ने पांचों की हत्या कर दी।
बुधवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस आनन फानन टीम मौके पर पहुंची। आरोपी अरशद वारदात के बाद भागा नहीं था। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार कर लिया है। खून से लथपथ लाशें देख लोगों की रूह कांप गई। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
डीसीपी रवीना ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ की जा रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया? फील्ड यूनिट को बुलाकर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मामले में विस्तृत जांच एवं अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
आगरा से 12 दिन पहले गया था परिवार: शुरूआती जानकारी में सामने आया है कि ये परिवार आगरा जिले के कुबेरपुर का रहने वाला है। आगरा के टेड़ी बगिया क्षेत्र के इस्लाम नगर के रहने वाले 24 साल के अरशद ने यह खूनी खेल खेला।
बताया गया है कि अरशद अपने पिता, मां आस्मा और चार बहन आलिया (9), अल्शिया (19), अक्सा (16) और रहमीन (18) के साथ लखनऊ के नाका थाना इलाके के होटल शरनजीत में रुका हुआ था। अरशद ने देर रात में पारिवारिक विवाद में सामूहिक नरसंहार को अंजाम दिया। पिता कहां है, उसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। वहीं, आगरा में उसके पड़ोसी इस हत्याकांड की कुछ स्पष्ट वजह नहीं बता पा रहे हैं। वहीं इस हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद अरशद के घर पर लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस भी पहुंची है।
मौत के जिम्मेदार रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम खान, ड्राइवर, अहमद, अजहर और उसके और रिश्तेदार हैं, जो लड़कियों को बेचते हैं। इन लोगों का प्लान था कि हम लोगों को जेल पहुंचाकर हमारी बहनों को बेचेंगे। हम ये नहीं चाहते थे।
अशद ने इसके बाद इस वीडियो में बहनों की लाशों को भी दिखाया। बताया कि उसने अपनी अम्मी की भी हत्या कर दी, बहनों को भी मार डाला। इस दौरान उसका पिता भी वीडियो में बैठा हुआ दिखाई दिया। वीडियो में असद कह रहा है कि उसने पुलिस से मदद मांगी, नेताओं से मदद मांगी, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। हम बदायूं के रहने वाले हैं। हम पर आरोप लगाते हैं कि बंग्लादेशी हैं। लेकिन बदायूं में रहने वाली हमारी ताई के पास सबकुछ मिल जाएगा। हम लोग बस्ती वालों से तंग आकर धर्म परिवर्तन करना चाहते थे। आज मेरी सारी बहनें मर रही हैं। मैं भी मर जाऊंगा।
पीएम मोदी, सीएम योगी जी…हर मुसलमान एकसा नहीं होता है। हिंदुस्तान के अंदर फिर किसी परिवार को ऐसा नहीं करना पड़े। जीते जी नहीं तो मरने के बाद इंसाफ दे दीजिए। आप सच्चे हिंदू और ठाकुर हैं। तो मेरे घर में मंदिर बनना चाहिए। बाप के साथ मिलकर बहनों को मारा है। उसने आगे कहा कि न जाने कितने गरीब लोगों की बेटियां इन लोगों ने उठाकर बेच दीं। बस्ती वालों ने चौकी अपने हाथ में ले रखी है। पुलिसकर्मियों को पैसा देकर बच जाते हैं।
आपकी मर्जी है कि जलाओ या दफनाओ। इनको बेरहमी से मैंने मारा है। हमारी हिंदुओं ने भी मदद नहीं की। हाथ जोड़कर विनती है, इंसाफ दिलाओ। लखनऊ आए थे, आपसे मिलने के लिए। लेकिन मिल नहीं पाए।
कुछ दिन पहले पड़ोसी दुकानदार से हुआ था झगड़ा
पुलिस की पूछताछ में उसने हत्या करने की बात कबूल कर ली है। उसने पुलिस को बताया कि उसका परिवार से किसी बात को लेकर विवाद था, इसी वजह से उसने मां और चार बहनों की हत्या की। लखनऊ के होटल में अपनी मां और चार बहनों की हत्या करने वाला अरशद बहुत ही गुस्सेल है। पड़ोसियों ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही पड़ोसी दुकानदार से उसका झगड़ा हुआ। जिसके बाद अरशद ने छत से खड़े होकर उस पर पथराव कर दिया। मोहल्ले के लोग उससे दूर ही रहते थे।
12 दिन पहले घर से गया था परिवार
पड़ोसियों के अनुसार अरशद दिल्ली वाले के नाम से मशहूर है। उसकी बहन और मां भी किसी से मतलब नहीं रखती थीं। बताया जा रहा है कि यह परिवार 12 दिन पहले घर से गया था। दो-दो महीने के लिए पूरा परिवार कहीं भी गायब हो जाता था। वैसे अरशद के काम के बारे में किसी को भी स्पष्ट पता नहीं है, लेकिन वो शुरूआत में फेरी लगाने का काम करता था। उसके बाद में उसने वो काम भी छोड़ दिया। अरशद के बारे में चर्चा तो ये भी है कि पूर्व में उसने अपनी एक बेटी को मार डाला था। उसकी पत्नी कहां गई, किसी को जानकारी नहीं है। मोहल्ले के लोग भी उसके अजीबो गरीब व्यवहार के चलते उससे कम ही बातचीत करते थे।
इस्लाम नगर में नहीं किसी से दोस्ती
पड़ोस के लोगों ने बताया कि अरशद खुद में ही मगन रहता है। इस्लाम नगर में वो काफी समय से रहता आ रहा है, लेकिन उसकी दोस्ती किसी से भी नहीं थी और ना ही वो किसी के साथ उठता बैठता था। सामान खरीदने के लिए कभी घर से निकला तो ठीक, बाकी समय वो किसी को दिखाई भी नहीं देता था।
हत्या के बाद बनाई वीडियो, सीएम योगी से किया ये निवेदन
मेरा नाम अशद है, आज बस्ती वालों की वजह से मजबूरी में हमने ये कदम उठाया। अपने हाथों से मां और बहन को मारा है। इसके जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। हमारा घर इन लोगों ने छीनने के लिए न जाने कितने-कितने जुल्म किए। हमने आवाज उठाई तो हमारी किसी ने नहीं सुनी। 10-15 दिन हो गए, सर्दी में भटकते हुए। योगी जी से ये निवेदन है कि इन जैसे मुसलमानों को नहीं छोड़ें, पूरी बस्ती मौत की जिम्मेदार है।