- कर चुके हैं अब तक 2.50 लाख की वसूली,
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। एक प्राइवेट हॉस्पिटल से झकझोर करने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां 10 दिन पहले एक्सीडेंट होने पर एक युवक को भर्ती किया गया था। प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर युवक का पैर नहीं बचा पाए हैं। और उसके परिवार वालों से इलाज के नाम पर अब तक ढाई लाख रुपए की वसूली भी कर चुके हैं। फिलहाल प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने युवक को बंधक बनाया हुआ है और उसका इलाज भी बंद कर दिया है।
डॉक्टर अब युवक के परिवार वालों से 60 हजार रुपए की डिमांड कर रहे हैं। और रुपए न देने पर उसका दूसरा पैर भी खराब करने की धमकी दे रहे हैं। दूसरा पैर खराब करने की धमकी मिलने के बाद पीड़ित परिवार ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने हॉस्पिटल में पहुंचकर जानकारी ली और मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्राइवेट हॉस्पिटलों की मनमानी के चर्चे तो आए दिन प्रकाश में आते ही रहते हैं। मेरठ से एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है जहां एक प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एक मरीज को सिर्फ इसलिए बंधक बना लिया क्योंकि उसका परिवार डॉक्टरों को भारी भरकम रकम देकर थक चुका था और अब उसके पास पैसा नहीं है। जिसके चलते डॉक्टरों ने युवक का इलाज भी बंद कर दिया और उसे उसका दूसरा पैर खराब करने की धमकी दे डाली। धमकी मिलते ही मरीज के परिवार वालों ने हॉस्पिटल में हंगामा कर दिया।
एक्सीडेंट के बाद से हॉस्पिटल में कराया था भर्ती
बिजनौर के धामपुर का रहने वाला ई-रिक्शा चालक परवेज 10 दिसंबर को अपने किसी काम से देहरादून गया था, जहां उसका एक बस से एक्सीडेंट हो गया। एक्सीडेंट के दौरान बस ने उसका पर कुचल दिया था। परिवार वालों ने परवेज को मुजफ्फरनगर के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया था जहां सही इलाज न मिलने पर परिवार के लोग उसे नौचंदी थाना क्षेत्र के सनफोर्ड हॉस्पिटल ले आए हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था।