बीएएमएस के छात्र ने फांसी लगा कर जान दी, मम्मी पापा की मौत के बाद से चल रहा था डिप्रेशन में
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बीएएमएस के छात्र ने फांसी लगा कर जान दी।
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मम्मी पापा की मौत के बाद से चल रहा था डिप्रेशन में।
शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मेरठ। खरखोदा थाना क्षेत्र के एक आयुर्वेद कालेज में पढ़ने वाले छात्र ने फांसी लगा कर जान दे दी। मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट में भावुक अंदाज में लिखा था कि “जब मम्मी पापा इस दुनिया में नही है फिर जीने का क्या फायदा है।” पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
दरअसल पुलिस ने बताया कि खरखौदा थाना क्षेत्र के चरक आयुर्वेदिक कॉलेज में गाजियाबाद के मंडोला लोनी का रहने वाला 23 साल का विनीत बीएएमएस कर रहा था। उसने इसी साल प्रवेश लिया था। विनीत नालपुर में सोमेंद्र के मकान में किराये के मकान में रहता था। शनिवार् को कालेज से लौटने के बाद ने खुद को कमरे में कैद कर लिया था। सुबह जब विनीत काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आया तो मकान मालिक सोमेंद्र ने आवाज दी लेकिन कोई आवाज अंदर से नही आई। सोमेंद्र ने उसे फोन किया तो फोन नही उठा। जब उसने खिड़की से झांक कर देखा तो विनीत को फांसी के फंदे पर लटका देख उसकी चीख निकल गई। सोमेंद्र ने तुरंत खरखोदा थाना प्रभारी को फोन करके जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमे विनीत ने लिखा है कि “काफी पहले माता पिता की मौत से बेहद दुखी हूं और अब जिंदगी से कोई मोह नहीं रह गया है।” पत्र में उसने लिखा है “उसकी आत्महत्या करने में किसी का कोई कसूर नहीं है।” पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बाद में शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।