शारदा रिपोर्टर मेरठ। मेरठ पब्लिक स्कूल की संस्थापक निदेशक कुसुम शास्त्री ने साबित कर दिया कि प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती। उम्र के आठवें दशक यानि 47 साल बाद रंगों से फिर मोहब्बत की और साबित कर दिया कि रंग जिंदगी में कितना असर डालते है।
एमएससी और बीएड करने वाली कुसुम शास्त्री वैसे तो आगरा की रहने वाली है लेकिन मेरठ में शिक्षा जगत में क्रांति लाने वाले तारा चंद शास्त्री से विवाह करने के बाद कुसुम शास्त्री ने जहां स्कूलों के प्रबंधन और संचालन में अपनी अमिट छाप छोड़ी उसके पीछे भले ही उनकी अपार मेहनत और मजबूत इच्छा शक्ति रही हो लेकिन एक वजह उनका अपने युवा जीवन में कला से अथाह प्रेम भी था।