मुजफ्फरनगर। निमार्णाधीन दिल्ली-देहरादून हाईवे पर शामली के भाज्जू गांव में कट की मांग के लिए भाकियू टिकैत के आह्वान पर कार्यकतार्ओं ने पहले दिन मंसूरपुर से शाहपुर तक 18 किमी किसान अधिकार पदयात्रा निकाली। देर शाम कार्यकर्ता शाहपुर पहुंचे। यात्रा के दौरान किसानों ने सरकार से हक मांगा। लंबे समय तक आंदोलन की चेतावनी दी गई।
मंसूरपुर से भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसानों ने पदयात्रा शुरू की। बोपाड़ा पहुंचने पर यात्रा में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत भी शामिल हो गए।
पदयात्रा के दौरान पुरबालियान, बसधाड़ा और चांदपुर में सभा हुई। करीब 18 किमी की यात्रा के बाद देर शाम किसान और भाकियू कार्यकर्ता शाहपुर पहुंचे और रात्रि विश्राम के लिए ठहर गए। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि बृहस्पतिवार सुबह करीब आठ बजे शाहपुर से शिकारपुर, भौराकलां मार्ग से होते हुए यात्रा शामली के भाज्जू गांव पहुंचेगी। यहां पर महापंचायत का आयोजन किया गया है।
किसान पैदल निकले तो बन गया काफिला
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत यात्रा की शुरूआत कराकर चले गए। इसके बाद भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत और गौरव टिकैत शाहपुर तक पहुंचे। मंसूरपुर-शाहपुर मार्ग पर जगह-जगह किसानों ने यात्रा का स्वागत किया। अपने-अपने गांव के बाहर से किसान यात्रा में शामिल हुए। शाहपुर पहुंचने तक काफिला बन गया।
दिल्ली की तरह भाज्जू में शुरू होगा आंदोलन: टिकैत
पुरबालियान की सभा में भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाना है। आंदोलन दिल्ली की तरह कई महीने तक चलाना पड़े, तब भी हम पीछे नहीं हटेंगे। किसकी जमीन पर हाईवे बन रहे हैं। अगर हाईवे पर किसान नहीं चलेगा तो कौन चलेगा। सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, नीरज पहलवान, श्यामपाल अध्यक्ष, एहसान त्यागी, टीटू राठी ओमपाल मलिक, गुलाब चौधरी आदि मौजूद रहे।
किसानों को उनका हक दे सरकार: चौधरी नरेश
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों को उनका हक दे। किसानों के सामने चुनौतियां बढ़ रही हैं। खेती महंगी हो रही है। सरकार ने किसानों की जमीन से ही हाईवे निकाला है। इस हाईवे पर कट मिलने से ही किसानों को लाभ होगा। भाज्जू गांव में कट से कई जिलों के लोगों का भला होगा।