फतेहपुर में जुड़वा बच्चों संग अपने प्रेमी के साथ भागी पांच बच्चों की मां।
पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई।
UP News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पांच बच्चों की एक मां अपने प्रेमी के साथ अपने दो जुड़वा बच्चों को लेकर भाग गई। आरोप हैं कि महिला अपने साथ घर में रखे करीब 5 लाख रुपये की नकदी भी अपने साथ ले गई। वही इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यूपी के फतेहपुर में प्रेमी के प्रेम में डूबी 5 बच्चों की मां अपने मासूम बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ फरार हो गई हैं। महिला अपने साथ रुपये और पूरे परिवार का जेवर भी साथ ले गई। बताया गया कि महिला का पति अपने बच्चो की अच्छी परवरिश के लिए विदेश जा कर मजदूरी करता है पति लाखों रुपये घर खर्च और बच्चों की पढ़ाई के लिए भेजता रहा। वहीं मासूम बच्चे अपनी मां को ढूढने की गुहार लगाते हुए पुलिस के पास पहुंचे। इधर, पत्नी के प्रेमी के साथ भाग जाने की खबर लगते ही पति अपने बच्चों से मिलने के लिए सात समन्दर दूर फ्लाइट का इंतजार कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक, खागा तहसील के खखरेरू थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव के रहने वाले महेश कुमार अपने मासूम भतीजो और भतीजियों के साथ पुलिस अधीक्षक की चौखट पहुंचे। महेश पुलिस अधिकारियों को बताया कि मेरे बड़े भाई उमेश की शादी 13 वर्ष पहले सुनीता देवी के साथ हुई, भाई उमेश गांव में ही रहकर खेती बाड़ी करता रहा और उसके 5 बच्चे हैं जिनके नाम ओमप्रकाश(10 वर्ष) राधिका (8 वर्ष) सुमन (6 साल) करण (3 वर्ष) और अर्जुन (2 वर्ष) है। अब 5 बच्चों का भरण पोषण करना मुश्किल हुआ तो भाई को बच्चों की पढ़ाई लिखाई और अच्छी परवरिश की चिंता सताने लगी तो सऊदी अरब जा कर मजदूरी शुरू कर दिया।
दो बच्चों को भी अपने साथ ले गई महिला: पीड़ित के भाई महेश ने बताया कि, भाभी सुनीता अपने नाबालिग एक लड़का और दो लड़कियों को छोड़कर दो छोटे मासूम बच्चे करण और अर्जुन को लेकर फरार हो गई। वह अपने साथ भाई उमेश के द्वारा भेजे गए 4 लाख 50 हजार और और घर में रखे 45 हजार रुपये और मां के जेवर लेकर फरार हो गई। पीड़ित के भाई ने यह भी बताया कि काफी खोजबीन के बाद जब वह (भाभी) नहीं मिली तो खखरेरू थाने में 7 दिन पहले पहुंचकर शिकायत की लेकिन थाने में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद एसपी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है।
भाई के भेजे पैसों से करती थी मौज: बच्चों के चाचा महेश ने बताया कि, उमेश (भाई) वहीं से मजदूरी कर बच्चों को पढ़ाने के लिए बीते दो वर्षों से लगातार रुपये भेजता रहा, बच्चों को सुनीता ने अच्छे स्कूल में न भेजकर गांव के स्कूल में ही एडमिशन करा दिया। भाई के भेजे रुपयों से प्रेमी के साथ गुलछर्रे उड़ाने में मस्त हो गई। जब भाभी पर प्रतिबंध लगाना शुरू हुआ तो उसका चोरी छिपे प्रेमी से मिलना शुरू रहा।