बसपा में उठापटक का दौर जारी, मोहिद आनंद बनाए बागपत के जिला प्रभारी,
प्रशांत गौतम को पार्टी से तीसरी बार किया गया निष्कासित।
शारदा न्यूज, मेरठ। बहुजन समाज पार्टी में एक बार से फिर उठापटक शुरू हो गई। सोमवार को जहां बसपा हाइकमान ने मेरठ मंडल के कॉर्डिनेटर प्रशांत गौतम को पार्टी से तीसरी बार निष्कासित कर दिया है, तो मंगलवार को जिलाध्यक्ष मोहित आनंद को भी जिलाध्यक्ष पद से हटाते हुए पहली बार किसी गैर दलित को जिलाध्यक्ष पद सौंपा गया है।
बसपा हाइकमान ने जिलाध्यक्ष मोहित आनंद और अन्य कार्यकर्ताओं के बीच चल रहे विवाद को शांत करने के लिए जहां उनसे झगड़ा करने वाले प्रवेश जाटव और राकेश फलावदा तथा इन्हें आश्रय देने वाले मंडल कॉर्डिनेटर प्रशांत गौतम को पार्टी से निकाल दिया है। वहीं मंगलवार को जिलाध्यक्ष मोहित आनंद को भी जिलाध्यक्ष पद से हटाते हुए बागपत का जिला प्रभारी बनाया है। वहीं मेरठ जिलाध्यक्ष पद पर हैरतजनक तरीके से जयपाल सिंह पाल को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। बसपा में यह पहली बार हुआ कि किसी गैर दलित को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। जिससे कार्यकर्ता भी हैरत में है।
बसपा में पार्टी से निष्कासित किया जाना और वापिस लिया जाना आम बात है। बात अगर प्रशांत गौतम की ही करें तो उन्हें 2012 पार्टी ने बसपा सिंबल पर हस्तिनापुर से चुनाव लड़ाया था। लेकिन वह तीसरे नंबर पर रहे थे। इसके बाद 2014 में पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया। 2022 में प्रशांत गौतम फिर से बसपा में आ गए, लेकिन निकाय चुनाव के दौरान फिर से निष्कासित कर दिया गया। अब वह फिर से पार्टी में लौट कर आए थे, लेकिन तीसरी बार फिर से निष्कासित कर दिया गया।
पार्टी हाइकमान की लगातार इस कवायद से कार्यकर्ता भी हैरान है। बसपा संगठन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कुछ ऊपर बैठे नेताओं से ही बहनजी बात करती हैं, जिसके चलते लगातार संगठन कमजोर हो रहा है, अब नीचे के स्तर पर कोई भी बात नहीं होती है।